Samastipur News:जीवन को खत्म करने का हक भी आपको नहीं है : डा. जगदीश
विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस'''' के उपलक्ष्य पर अंतर महाविद्यालयी पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता व निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजित की गयी.
Samastipur News: समस्तीपुर : शहर के बीआरबी कॉलेज के स्नातकोत्तर मनोविज्ञान विभाग द्वारा ””””विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस”””” के उपलक्ष्य पर अंतर महाविद्यालयी पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता व निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजित की गयी. जिसका विषय था आत्महत्या के दृष्टिकोण में परिवर्तन. अध्यक्षता प्रधनाचार्य डॉ. जगदीश प्रसाद वैश्यन्त्री ने की. उन्होंने कहा कि ये जीवन आपने नहीं बनाया है, इसलिए जीवन को खत्म करने का हक भी आपको नहीं है. फिर चाहे वह आपका हो या किसी और का. सीधी सी बात है कि अगर आप किसी चीज को बना नहीं सकते तो उसे आपको बिगाड़ना भी नहीं चाहिए. जिंदगी में हर तरह के हालात आयेंगे. कुछ अच्छे तो कुछ बुरे और कुछ बेहद भयानक भी, फिर भी आपको अपनी जान लेने का कोई हक नहीं. कार्यक्रम संयोजक डॉ. आरके मौर्य ने कहा कि स्वाभाविक रूप से हर किसी के लिए खुद का जीवन अनमोल होता है. अगर किसी ने इस भावना को लांघ कर अपनी जान लेने की कोशिश की हो पर जीवित बच गया हो तो मैं उससे कहूंगा नहीं, ऐसा कभी न करना. डॉ शाहिना, डॉ रेखा ने कहा कि अगर समाज में आध्यात्मिक प्रक्रिया सक्रिए हो जाये तो मानसिक रोगियों को छोड़ बाकी लोगों के बीच आत्महत्या की वारदातें लगभग पूरी तरह खत्म हो जायेगी. अपने दिमाग पर काबू न होने के कारण शायद कुछ मानसिक रोगी ऐसा कर बैठें. लेकिन अगर किसी के जीवन में आध्यात्मिक क्रिया चल रही है तो जान-बूझ कर अपनी जान लेने वाले लोग बहुत ही कम होंगे. संभव है आत्महत्या की घटनाएं पूरी तरह से थम जायें. निर्णायक मंडली की भूमिका में प्रो. शबनम कुमारी व डॉ. स्नेहलता कुमारी थी. निबंध प्रतियोगिता में अलका रानी, पूजा एवं आयुष्मान, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में पूजा कुमारी, आयुष्मान व प्रिया कुमारी को चयनित किया गया. मनोविज्ञान विभाग के डॉ. अशोक कुमार रंजन ने धन्यवाद ज्ञापन दिया. मौके पर डॉ अनिल गुप्ता, ज्योति प्रसाद आदि मौजूद थे.
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