घने कोहरे के कारण लेट हो सकती है ट्रेन, यात्रा करने से पहले ले अपडेट

Indian Railway News: घने कोहरे के दौरान ट्रेन यात्रा में सावधानी जरूरी है. समस्तीपुर मंडल ने फॉग सेफ डिवाइस, आधुनिक सिग्नलिंग और स्टाफ ट्रेनिंग जैसे इंतजाम किए हैं. यात्रियों से अपील है कि यात्रा से पहले अपडेट लें, क्योंकि ट्रेनें देर से चल सकती हैं.

By Nishant Kumar | December 13, 2025 8:06 PM

Indian Railway News: अगर आप सर्दियों में, खासकर घने कोहरे के दिनों में ट्रेन से यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो थोड़ी सावधानी जरूरी है. यात्रा शुरू करने से पहले रेलवे के आधिकारिक चैनलों से ट्रेनों के समय और परिचालन की जानकारी जरूर ले लें क्योंकि कोहरे की वजह से ट्रेनें देर से चल सकती हैं. 

कोहरे के लिए रेलवे की तैयारी

पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर मंडल ने कोहरे के मौसम में यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई जरूरी इंतजाम किए हैं. रेलवे का कहना है कि मौसम चाहे जितना खराब हो, यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सबसे पहले रहेगी. इसी कारण कुछ ट्रेनों की रफ्तार कम रखी जा सकती है या उनका परिचालन नियंत्रित किया जा सकता है. यात्रियों से अनुरोध है कि वे संभावित देरी को ध्यान में रखकर यात्रा की तैयारी करें और रेलवे का सहयोग करें.

फॉग सेफ डिवाइस का इस्तेमाल

ट्रेनों के इंजनों में फॉग सेफ डिवाइस लगाए जा रहे हैं. इससे लोको पायलट को कोहरे में भी सिग्नल, ट्रैक और जरूरी जगहें साफ-साफ पहचानने में मदद मिलती है.रेलवे ने साफ कहा है कि यात्रियों की सुरक्षा उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है. कोहरे के कारण ट्रेनें धीमी चल सकती हैं और देरी भी हो सकती है, इसलिए यात्रा से पहले जानकारी लेते रहें और धैर्य बनाए रखें. 

सिग्नल और ट्रैक की बेहतर व्यवस्था

सिग्नलिंग सिस्टम को आधुनिक बनाया गया है ताकि घने कोहरे में भी ट्रेन सुरक्षित चल सके. ट्रैक और आसपास की जगहों पर सफेद चूने से निशान लगाए गए हैं, सिग्नल बोर्ड साफ किए गए हैं और लेवल क्रॉसिंग पर चमकदार पट्टियां लगाई गई हैं. ट्रेनों के आखिरी डिब्बे में LED फ्लैशर टेल लैंप लगाए गए हैं, ताकि पीछे से आने वाली ट्रेन को आसानी से दिखाई दे. 

Also read: झारखंड के इस रूट में अब नहीं होंगे रेल हादसे! जानें ऐसा क्यों

कर्मचारियों को विशेष ट्रेनिंग

लोको पायलट, सहायक लोको पायलट और गार्डों को कोहरे में सुरक्षित ट्रेन चलाने की स्पेशल ट्रेनिंग दी जा रही है.  जरूरी स्टेशनों पर ऐसे उपकरण लगाए गए हैं, जिनसे कोहरे की स्थिति का सही अंदाजा लगाया जा सके. जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम भी तुरंत किए जाएंगे.