Samatipur : भिखारी ठाकुर के संदेशों को जन-जन तक पंहुचाने पर जोर

शहर के आरएनएआर काॅलेज में प्रधानाचार्य प्रो. दिलीप कुमार की अध्यक्षता में भोजपुरी के महान लोक कवि भिखारी ठाकुर की जयंती मनाई गई.

By Ankur kumar | December 18, 2025 5:47 PM

समस्तीपुर . शहर के आरएनएआर काॅलेज में प्रधानाचार्य प्रो. दिलीप कुमार की अध्यक्षता में भोजपुरी के महान लोक कवि भिखारी ठाकुर की जयंती मनाई गई. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र कल्याण पदाधिकारी प्रो. भोला चौरसिया ने भिखारी ठाकुर के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की. विशिष्ट अतिथि के रूप में महिला महाविद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य राजकिशोर व महाविद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य सुरेंद्र कुमार उपस्थित थे. वक्ताओं ने भिखारी ठाकुर के जीवन, संघर्ष व उनकी रचनाओं की सामाजिक प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला. वक्ताओं ने बताया कि भिखारी ठाकुर ने अपने गीतों और नाटकों के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों पर प्रहार किया. जनमानस को जागरूक किया. अपनी सोच व कला से पूरे समाज को बदलने वाले भिखारी ठाकुर खुद 9 साल की उम्र में पहली बार स्कूल गए थे. मात्र अक्षर ज्ञान के बावजूद उन्हें पूरा रामचरित मानस कंठस्थ था. शुरुआती दौर में भिखारी ठाकुर मवेशी चराते थे. रोजी रोटी की तलाश में खड़गपुर चले गये. कुछ वक्त तक वहां काम किया. कार्यक्रम के दौरान प्राध्यापक डॉ उमाशंकर प्रसाद साहू ने भिखारी ठाकुर के रचना और उनके प्रासंगिकता पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुएकहा कि भिखारी ठाकुर के संदेशों को जन-जन तक पंहुचाने की जरूरत है. कार्यक्रम में मुख्य रूप से महाविद्यालय के बर्सर डॉ राजीव रौशन, डॉ जियाउल हक, डॉ वीरेंद्र कुमार दत्ता,डॉ संजय कुमार, डॉ दीपक नायर, अनिलेश, डॉ विनय कुमार, डॉ पिंकी कुमारी, डॉ बबीना सिंह, डॉ अमित आनंद, डॉ भट्टाचार्य, डॉ माला कुमारी, डॉ जयचंद झा, डॉ रमन कुमार, डॉ प्रमोद कुमार, डॉ अभिनव साकेत, डॉ प्रेमलता, श्वेता, डॉ कुमारी नंदनी, डॉ निकेंद्र कुमार, ठाकुर भारतेंदु, मृत्युंजय कुमार, नीतीश कुमार, प्रभाष कुमार थे. संचालन डॉ राजीव रौशन व धन्यवाद ज्ञापन संतोष कुमार ने दिया.

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