Samastipur News:कड़ाके की ठंड और शीत लहर से बचें, जिला प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी

जिले में कड़ाके की ठंड और शीत लहर का प्रकोप शुरू हो चुका है, जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए विस्तृत एडवाइजरी जारी की है.

By GIRIJA NANDAN SHARMA | December 10, 2025 6:28 PM

Samastipur News:समस्तीपुर : जिले में कड़ाके की ठंड और शीत लहर का प्रकोप शुरू हो चुका है, जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए विस्तृत एडवाइजरी जारी की है. इस एडवाइजरी में ठंड से होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों और उनसे बचने के आवश्यक उपायों पर ज़ोर दिया गया है. जिला अधिकारी रोशन कुशवाहा ने विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने की अपील की है. प्रशासन ने आगाह किया है कि शीत लहर या अत्यधिक ठंड लगने पर व्यक्ति में तुरंत कई गंभीर लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं, जिन पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है. शरीर का तापमान तेज़ी से गिरना और अंगों का सुन्न पड़ना जो हाइपोथर्मिया के शुरुआती संकेत हैं. अत्यधिक कपकपी या ठिठुरन भी हो सकता है. बार-बार जी मिचलाना या उल्टी हो सकता है. अर्द्धबेहोशी की स्थिति या पूर्ण रूप से बेहोश हो सकते हैं. यदि किसी व्यक्ति में इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें. ठंड के कहर से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अनावश्यक यात्रा से बचें. जब तक बहुत ज़रूरी नहीं हो, अनावश्यक घर से बाहर नहीं जायें. यथासंभव घर के अंदर सुरक्षित रहें, खासकर वृद्ध और बच्चे. पर्याप्त गर्म वस्त्र पहने. यदि घर से बाहर जाना ज़रूरी हो, तो समुचित ऊनी और गर्म कपड़े पहन कर ही निकलें. बाहर निकलते समय अपने सिर, चेहरे, हाथ और पैर को दस्तानों, टोपी और मोज़ों जैसे उपयुक्त गर्म कपड़ों से अच्छी तरह ढक लें. शरीर के खुले हिस्सों को बचाना अत्यंत आवश्यक है. शरीर में ऊष्मा के प्रवाह और ऊर्जा को बनाए रखने के लिए पौष्टिक आहार लेना जरूरी है. कोयले की अंगीठी, लालटेन, या दीया जैसे उपकरणों का उपयोग करते समय धुएं के निकासी का उचित प्रबंध वेंटीलेशन ज़रूर करें. बंद कमरों में इनका प्रयोग कार्बन मोनोऑक्साइड ज़हर का कारण बन सकता है, जो जानलेवा होता है. उपयोग के बाद इन उपकरणों को अच्छी तरह से बुझा दें. हीटर और ब्लोअर का प्रयोग करने के बाद उसका स्विच ऑफ करना नहीं भूलें, अन्यथा शॉर्ट सर्किट या आग लगने का खतरा हो सकता है. जिला प्रशासन ने शीत लहर के दौरान सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था करती है. नागरिक इन सुविधाओं का लाभ उठाकर ठंड से बचाव कर सकते हैं. शहरी क्षेत्रों में बेघरों के लिए रैन बसेरों का प्रबंध किया गया है, जहां उन्हें कंबल और बिस्तर उपलब्ध कराए गए हैं. प्रशासन ने ज़रूरतमंदों से इन सुविधाओं का उपयोग करने की अपील की है. उच्च रक्तचाप, मधुमेह के मरीज और हृदय रोगियों को विशेष रूप से सतर्क रहने की सलाह दी गई है. इन लोगों को अपने चिकित्सक की सलाह लेते रहना चाहिए और सामान्यतया धूप निकलने पर ही घर से बाहर निकलना चाहिए. ठंड के कारण ब्लड प्रेशर और हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है.

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