नाबालिग था आशिक, तो लड़की ने उसके पिता से ही रचा ली शादी, एक घर में सौतेले मां-बेटे के रूप में रहेंगे प्रेमी युगल

मोरवा (समस्तीपुर) : लड़की ने दिल तो दिया जीवन साथी बनाने के इरादे से. समय के साथ पता चला कि वह जिस लड़के को अपना दिल दे बैठी वह अभी नाबालिग है. बाद में लड़की को उस प्रेमी के विधुर बाप से ही शादी करनी पड़ी. न तो लड़की को अपना प्यार मिला, न लड़के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 18, 2019 8:46 AM
मोरवा (समस्तीपुर) : लड़की ने दिल तो दिया जीवन साथी बनाने के इरादे से. समय के साथ पता चला कि वह जिस लड़के को अपना दिल दे बैठी वह अभी नाबालिग है. बाद में लड़की को उस प्रेमी के विधुर बाप से ही शादी करनी पड़ी. न तो लड़की को अपना प्यार मिला, न लड़के को.
लड़की ने कानूनी दांव-पेच से मुक्ति के लिए अपने प्रेमी के पिता की जीवन संगिनी बनना स्वीकार कर लिया. प्रेमी के विधुर बाप के साथ मंदिर में सात फेरे लेने पड़े. शादी तो हो गयी, लेकिन प्रेमी युगल को एक ही घर में सौतेले मां व बेटे के रूप में रहना बहुत बड़ी चुनौती होगी. अब प्रेमी युगल का रिश्ता सौतेले मां व बेटे का हो जायेगा.
बताया जाता है कि हलई ओपी क्षेत्र के एक गांव से निकली लड़की कॉलेज में पढ़ने वाले अपने साथी से प्यार कर बैठी. यह सिलसिला कुछ दिनों तक चला. परिस्थिति कुछ ऐसी आ पड़ी की शादी उसके बाप से रचानी पड़ी. इस मामले के अनुसंधानकर्ता ओपी के एएसआइ अवधेश कुमार यादव ने बताया कि छह महीने पहले घर से निकलने के बाद लड़की पटोरी थाना क्षेत्र के धमौन निवासी सुनील कुमार के नाबालिग पुत्र के संपर्क में आयी. दोनों एक-दूसरे के साथ रहने के सपने देखने लगे. इधर, परिवार के लोगों ने उसके अगवा करने की प्राथमिकी दर्ज करा दी. जब लड़की को लगा कि नाबालिग से शादी करना संभव नहीं है, तो उसने उसके पिता सुनील से भागकर विद्यापति धाम मंदिर में शादी रचा ली.
एक ही घर में सौतेले मां-बेटे के रूप में रहेंगे प्रेमी युगल
तीन महीने से जेल में हरिओम
बताते चलें कि सुनील की पत्नी की मौत एक साल पहले ही हुई थी. शनिवार की शाम पुलिस गिरफ्त में आने पर स्वीकारोक्ति बयान के बाद यह मामला सामने आया. पुलिस गिरफ्त में आये आरोपित राम नरेश राय के पुत्र सुनील कुमार को जेल भेजा गया है. बरामद लड़की को 164 के बयान के लिए न्यायालय में प्रस्तुत करने की प्रक्रिया चल रही है. बताते चलें कि घर से निकली लड़की जब खोजबीन के बाद नहीं मिली, तो लड़की के पिता ने गांव के ही चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया. इसके आरोप में हरिओम सिंह तीन महीने से जेल में बंद है.

Next Article

Exit mobile version