2370 करोड़ रुपये से बनेगा सिकरहना-बूढ़ी गंडक तटबंध

समस्तीपुर : बूढ़ी गंडक नदी हर साल अपने बहाव में कई जिंदगियां लील जाती है. पिछले साल इस नदी ने काफी तबाही मचायी थी. नदी के किनारे बसे शहरों पर बारिश के दिनों में बाढ़ का खतरा हमेशा मंडराता रहता है. नदी के बदलते स्वरूप को देखते हुए जल संसाधन विभाग इसके तटबंधों के पुर्ननिर्माण […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 22, 2018 5:56 AM

समस्तीपुर : बूढ़ी गंडक नदी हर साल अपने बहाव में कई जिंदगियां लील जाती है. पिछले साल इस नदी ने काफी तबाही मचायी थी. नदी के किनारे बसे शहरों पर बारिश के दिनों में बाढ़ का खतरा हमेशा मंडराता रहता है. नदी के बदलते स्वरूप को देखते हुए जल संसाधन विभाग इसके तटबंधों के पुर्ननिर्माण के लिए व्यापक योजना तैयार की है. सिकरहना नदी से बूढ़ी गंडक के पूरे क्षेत्र के तटबंध के निर्माण के लिए विभाग ने कार्य योजना बनायी है. इसपर करीब 2370 करोड़ रुपये की लागत आयेगी. अहमदाबाद की एजेंसी एम स्कावयर ने इस परियोजना के लिए डीपीआर तैयार

2370 करोड़ रुपये
कर इसे जल संसाधन विभाग को सौंप दिया है.
इसके तहत सिकराहना नदी से लेकर बूढ़ी गंडक के दोनों ओर दायें व बायें तटबंध का उन्नयन व नवनीकरण कर पुर्नस्थापना की जायेगी. इस परियोजना पूरा हो जाने के बाद बेगूसराय, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण के छह जिलों को इसका सीधा लाभ मिलेगा. इसमें तटबंध के पुर्ननिर्माण के साथ ही नाइट सेल्टर व चौकीदार शेड बनाये जायेंगे. 67 चौकीदार शेड के निर्माण पर 356 लाख की लागत आयेगी. वहीं, 27 शेल्टर के निर्माण पर 673 लाख खर्च होंगे. इस योजना के पूर्ण हो जाने के बाद चार लाख 71 सौ 51 हेक्टेयर इलाका व सात लाख 84 हजार से अधिक आबादी को सुरक्षित बनाया जा सकेगा. समस्तीपुर में 47.86 किलोमीटर लंबे दांये तटबंध के निर्माण पर 2455 लाख रुपये की राशि खर्च होगी.
छोटी गंडक के तौर पर भी जानी जाती है सिकरहना नदी
सिकरहना नदी को छोटी गंडक के नाम से भी जाना जाता है. गंडक की यह सहायक नदी है. पूर्वी व पश्चिमी चंपारण होते हुए यह नदी विभिन्न जिलों से गुजरते हुए खगड़िया में जाकर गंगा में मिल जाती है. हर साल बारिश के दिनों में सबसे पहले सिकरहना नदी में ही जलस्तर में इजाफा दर्ज होता है.
डीपीआर एक नजर में
सुरक्षित इलाका 407151 हेक्टेयर
जनसंख्या सुरक्षित 784006
संबंधित जिला बेगूसराय, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर,वैशाली, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण
चौकीदार शेड 67
नाइट सेल्टर 27
अहमदाबाद की एजेंसी ने तैयार किया डीपीआर
छह जिलों के लोगों को होगा बाढ़ से बचाव
बेहतर होगी तटबंधों की सुरक्षा व्यवस्था
सिकरहना से बूढ़ी गंडक तक योजना के लिए डीपीआर तैयार कर ली गयी है. इसकी बारीकियां व खामियां देखी जा रही हैं. दो से चार दिनों में इस डीपीआर के लिए आगे जांच का काम शुरू कर दिया जायेगा.
राजीव रंजन, टेक्निकल एडवाइजर, समस्तीपुर बाढ़ प्रमंडल

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