अस्पतालों में एंबुलेंस सेवा ठप

समस्तीपुर : जिले के सरकारी अस्पतालों में तैनात एंबुलेंस 102 व 108 के चालक हड़ताल पर चले गये हैं. इसके कारण रविवार से अस्पतालों में एंबुलेंस सेवा ठप हो गयी है. इसका सीधा असर मरीजों पर पड़ने लगा है. खास कर वैसे मरीजों पर जिनकी स्थिति बेहद गंभीर है व उनके पास निजी वाहन किराये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2017 12:10 PM
समस्तीपुर : जिले के सरकारी अस्पतालों में तैनात एंबुलेंस 102 व 108 के चालक हड़ताल पर चले गये हैं. इसके कारण रविवार से अस्पतालों में एंबुलेंस सेवा ठप हो गयी है.
इसका सीधा असर मरीजों पर पड़ने लगा है. खास कर वैसे मरीजों पर जिनकी स्थिति बेहद गंभीर है व उनके पास निजी वाहन किराये पर लेकर बड़े अस्पतालों तक पहुंच पाना संभव नहीं है. जिन गंभीर मरीजों के परिजन निजी वाहन लेकर अस्पताल में आने की चेष्टा भी करते हैं, तो उन्हें इन हड़ताली चालकों के कड़े प्रतिकार का सामना करना पड़ रहा.
जानकारी के अनुसार, जिले के विभिन्न अस्पतालों में 31 एंबुलेंस 102 नंबर के तैनात हैं. बाकी सात एंबुलेंस 108 हैं. उन्हें बिहार सरकार ने चार वर्षों से मानदेय पर रखा था. इनका माध्यम जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से किया जा रहा था. कुछ दिनों पहले इनका देखरेख एनजीओ के हाथों में सौंप दिया गया है.
इस पर एतराज जताते हुए चालकों ने काम जारी रखा था. लेकिन, रविवार को चालकों ने एंबुलेंस को सदर अस्पताल परिसर में ही खड़ा कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया. 102 एंबुलेंस आपातकालीन सेवा कामगार यूनियन के अध्यक्ष भोला कुमार ने बताया कि अक्तूबर 2012 से 1 मई 2014 तक एंबुलेंस के सेवा के संचालन का जिम्मा डॉ जैन नामक एनजीओ को दिया गया था. उक्त एनजीओ ने चालकों के चार महीने का वेतन भुगतान नहीं किया. वहीं, पिछले छह महीनों से बिहार सरकार चालकों का वेतन भुगतान नहीं कर रही है.
ऐसे में चालक व आपातकालीन कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया है. चालकों ने कहा कि उनके कार्य अवधि का निर्धारण, वेतन का निर्धारण, कार्य अवधि में दुर्घटना होने की स्थिति में चालक के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा और लंबित वेतन का भुगतान समेत नौ सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को सीएस व डीएम को ज्ञापन सौंपेंगे.
चालकों के पूर्व वेतन का मामला हाइकोर्ट में चल रहा है. 15 अक्तूबर तक सभी एंबुलेंस को एनजीओ को सौंपने का आदेश विभाग की ओर से दिया गया था. चालकों के अनिश्चितकालीन हड़ताल को देखते हुए विभाग से मार्गदर्शन मांगा जा रहा है.
डॉ अवध कुमार,
सीएस सदर अस्पताल

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