शॉट सर्किट से मेडिकल एजेंसी में लगी आग, लाखों का सामान खाक
शॉट सर्किट से मेडिकल एजेंसी में लगी आग, लाखों का सामान खाक
सहरसा. सदर थाना क्षेत्र के रिफ्यूजी कॉलोनी चौक स्थित उछाही नगर वार्ड नंबर 5/40 निवासी आनंद प्रकाश ने मेडिकल एजेंसी में आग लगने को लेकर सदर थाना में आवेदन दिया है. दिए आवेदन में उन्होंने बताया कि शनिवार की देर शाम साढ़े 9 बजे स्थानीय लोगों द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि मेरी दुकान आराध्या मेडिकल एजेंसी में बिजली की शॉट सर्किट से आग लग गयी है. वहीं स्थानीय लोगों के द्वारा ही घटना की सूचना सदर थाना और अग्निशमन विभाग को दी गयी. सूचना मिलते ही अग्निशमन के कर्मी घटना स्थल पर पहुंच करीब एक घंटे तक स्थानीय लोगों की मदद से काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. आग लगने से एजेंसी के अंदर लगभग 12 लाख की दवाई सहित कंप्यूटर, फ्रिज, पंखा, रैक, इनवर्टर, नगद राशि, बिका हुआ दवाई का रजिस्टर एवं अन्य जरूरी कागजात जलकर खाक हो गया. दिए आवेदन पर पुलिस मामले की छानबीन करते अग्रतर कार्रवाई में जुट गयी है. ……………………………………………………………………………… सेवानिवृत सार्जेंट से साइबर अपराधियों ने धोखाधड़ी कर निकाले रुपये सहरसा. धोखाधड़ी कर खाता से रुपया निकालने को लेकर सदर थाना क्षेत्र के पटेल नगर वार्ड नंबर 29/31 हटियागाछी निवासी सेवानिवृत सार्जेंट मनोज कुमार ने सदर थाना में आवेदन दिया है. दिए आवेदन में आवेदक ने बताया कि सहरसा उनका पैतृक घर है. साथ ही कंकरखेड़ा मेरठ उत्तरप्रदेश में भी उनका अपना मकान है. जहां वह रहते हैं. वर्तमान में घरेलू कार्य से वह सहरसा स्थित अपने आवास में रह रहे हैं. उन्होंने कहा कि मेरा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मेरठ ब्रांच का खाता है. शनिवार को अपने एसबीआई का एटीएम लेकर पूरब बाजार स्थित बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम गया था. रुपया निकालने के लिए एटीएम में अपना कार्ड डालकर पिन डाला लेकिन रुपया नहीं निकला. उसके बाद एटीएम से अपना कार्ड निकालने की काफी कोशिश के बाद भी एटीएम से कार्ड नहीं निकला. महीने का चौथा शनिवार होने के कारण बैंक भी बंद था और वहां कोई गार्ड भी मौजूद नहीं था. उसके बाद एटीएम के अंदर ही बैंक के कस्टमर केयर का नंबर ढूंढने लगा. जिसमें एटीम मशीन के ऊपर ही एक केयर टेकर का नंबर लिखा था. जिस नंबर पर मैंने कॉल किया तो फोन उठाने वाला बोला कि मैं बैंक का ही आदमी हूं और आज अवकाश होने के कारण मैं सहरसा से बाहर हूं. उसके बाद वह बोला कि आप एक बार पिन नंबर डालकर कैंसिल का बटन दबा दें. कार्ड बाहर आ जायेगा. मैंने वैसा ही किया लेकिन कार्ड बाहर नहीं आया. फिर वह बोला कि आप महावीर चौक के पास जाइए. जहां बैंक ऑफ इंडिया का ग्राहक सेवा केंद्र है वहां बैंक का इंजीनियर बैठता है. वह आकर कार्ड निकाल देगा. जैसे ही मैं वहां से हटा मेरे खाता से चार बार दस दस हजार करके कुल 40 हजार रुपया खाता से निकाल लिया और मेरे मोबाइल नंबर एवं खाता को भी हैक कर लिया. जब एसबीआई का योनो ऐप खोलकर देखा तो निकासी का पता चला. जिसमें दो बार तिवारी टोला स्थित एसबीआई एटीएम से दस दस हजार करके कुल 20 हजार रुपया निकासी की. उसके बाद 20 हजार रुपया एसबीआई एटीएम बैंक से निकासी की. उसके तुरंत बाद मैंने एसबीआई कस्टमर केयर में रुपया निकालने की शिकायत दर्ज कराई और अपने एटीएम कार्ड और यूपीआई खाते को बंद कराया. धोखाधड़ी कर अवैध निकासी को लेकर पीड़ित के द्वारा सदर थाना में दिए आवेदन पर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी है.
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