राजीवनगर का भू-माफिया सत्यनारायण सिंह गिरफ्तार, सात घंटे की घेराबंदी के बाद पटना पुलिस को मिली सफलता

राजीव नगर और दीघा इलाके में आवास बोर्ड की अधिगृहीत कई एकड़ जमीन को बेचने के आरोप में भू-माफिया सत्यनारायण सिंह को पुलिस ने सिविल कोर्ट के इलाके से करीब सात घंटे की घेराबंदी के बाद बुधवार की रात करीब नौ बजे गिरफ्तार कर लिया.

By Prabhat Khabar News Desk | August 18, 2022 7:30 AM

पटना. राजीव नगर और दीघा इलाके में आवास बोर्ड की अधिगृहीत कई एकड़ जमीन को बेचने के आरोप में भू-माफिया सत्यनारायण सिंह को पुलिस ने सिविल कोर्ट के इलाके से करीब सात घंटे की घेराबंदी के बाद बुधवार की रात करीब नौ बजे गिरफ्तार कर लिया. बताया जाता है कि पुलिस दबिश के बाद वह सिविल कोर्ट में करीब 12 बजे सरेंडर कर जमानत लेने के लिए पहुंचा था. लेकिन पुलिस को दोपहर दो बजे ही इसकी भनक लग गयी अौर तुरंत ही राजीव नगर थानाध्यक्ष नीरज कुमार उसे गिरफ्तार करने के लिए दल-बल के साथ पहुंच गये.

सिविल कोर्ट के बाहर आते ही गिरफ्तार

पुलिस के पहुंचने पर वह अपने अधिवक्ता के चैंबर में जाकर बैठ गया. इसके कारण पुलिस अंदर नहीं जा सकी. लेकिन, बाहर पुलिस लगातार डटी रही और सिविल कोर्ट के दो मुख्य गेटों पर घेराबंदी कर दी. साथ ही सादे वेश में सिविल कोर्ट के अंदर भी उसकी गतिविधि पर नजर रखी जा रही थी. शाम को कोर्ट भी बंद हो गया, तो अंत में वह सिविल कोर्ट के बाहर आया.

वरीय पुलिस अधिकारियों ने पूछताछ की

पुलिस ने उसे रात नौ बजे सिविल कोर्ट के अशोक राजपथ वाले गेट से गिरफ्तार कर लिया और राजीव नगर थाना लाया, जहां वरीय पुलिस अधिकारियों ने पूछताछ की. थाने में उसने हंगामा भी किया. सत्यनारायण सिंह का आवास केसरी नगर के एकौना कोठी में है. राजीव नगर थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने सत्यनारायण सिंह की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि हाल में ही भू-माफिया के खिलाफ में प्राथमिकी दर्ज हुई थी और इसमें ये आरोपित हैं. इनके खिलाफ पहले से भी कई मामले दर्ज हैं.

कई मामलों में है आराेप

थाना कांड संख्या

  1. शास्त्रीनगर 553/01

  2. शास्त्रीनगर 14/09

  3. शास्त्रीनगर 150/10

  4. पाटलिपुत्र 110/10

  5. पाटलिपुत्र 126/10

  6. राजीव नगर 09/14

  7. शास्त्रीनगर 303/14

  8. शास्त्रीनगर 323/14

  9. दीघा 134/15

  10. राजीवनगर 203/15

  11. राजीवनगर 214/15

  12. राजीवनगर 385/15

  13. राजीव नगर 380/22

  14. राजीव नगर 397/22

इओयू ने दिया आठ को नोटिस

पटना . आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) नेराजीव नगर मेंआवास बोर्डकी जमीन की अवैध रूप से खरीद-फरोख्त के मामले मेंसहकारी- गैर सहकारी गृह निर्माण समितियों सेजुड़े आठ लोगों को नोटिस भेजा है़ इनमेंसे तीन लोगों को अतिक्रमण केवाद मेंकोर्ट मेंअपना पक्ष रखनेकेकारण सीओ नेभी नोटिस भेजेथे़ पूछताछ केआधार पर कुछ गिरफ्तारी भी हो सकती है़ गौरतलबहै कि अतिक्रमण हटाने केबाद मामलाहाइकोर्ट मेंचला गया है़

भू-माफिया पर शिकंजा कसा जा रहा है़

कोर्ट के रुख को देखते हुए डीएम ने गृह निर्माण समितियों सेजुड़े लोगों की संपत्ति आदि की जांच के लिए इओयू को पत्र लिखा था़ एसपी सुशील कुमार के नेतृत्व में भू-माफिया पर शिकंजा कसा जा रहा है़ इसी क्रम मेंपूछताछ केलिए अमरेंद्र कुमार सिंह, श्रीनाथ सिंह, वीरेंद्र सिंह, सत्यनारायण सिंह, कामेश्वरप्रसाद सिंह, ओंकारनाथ, राजेश कुमार झा,श्याम शंकर सिंह कोबुलायाहै़ अमरेंद्र कुमार सिंह, श्रीनाथ सिंह,बीरेंद्र सिंह को अतिक्रमण वाद का पक्षकार होने के कारण सीओ ने नोटिस दिया था.

अब तक दो गिरफ्तार, 13 फरार

इन मामले में15 भू-माफियाओं परहाल मेंही प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इन पर लगे तमाम आरोपों को डीएसपी विधि व्यवस्था नेजांच मेंसत्य पाया था और गिरफ्तार करनेका आदेश दिया था. इनमेंएक अश्विनी सिंह की गिरफ्तारी पुलिस नेहाल के दिनों मेंएसकेपूरी इलाकेसेकी थी. इसकेबाद सत्यनारायण सिंह की गिरफ्तारी की गयी.

पहली बार 2001 में हुआ था गिरफ्तार

75वर्षीय सत्यनारायण पहली बार2001 में डीएसपी केबेटे की हत्या में गिरफ्तारहुआ था.2015 में आवास बोर्डकी जमीन पर कब्जा को लेकर जयकांत देव की हत्या मेंभी उसका नाम सामनेआया था.वह 2015 व2021 मेंभी गिरफ्तारहुआ था. इसकेदोनोंबेटे सुनील व शैलेश भी कई आपराधिक घटनाओं के आरोपित रहेहैंव जेल जा चुके है.

आवास बोर्ड की जमीन की खरीद-बिक्री कर बन गया अरबपति

आवास बोर्डकी जमीन कोहेराफेरी कर बिक्री करने वाला सत्यानारायण सिंह अरबपति है. इसने अकूत संपत्ति बनायी और कई जगहों पर इसके मकान हैं, जिनसे लाखों का किराया आताहै. राजीव नगर मेंआवास बोर्ड ने1974 मेंजमीन तो अधिगृहीत कर ली, लेकिन उस समय मुआवजा नहीं दिया.

सत्यनारायण ने किया झूठ का कारोबार

सत्यानारायण सिंह ने इसका फायदा उठाया और किसानों को अपनेपक्ष में करा कर जमीन का एग्रीमेंट अपने व परिवार केनाम पर करा लिया. इसके बाद बिहार सेबाहरउन जमीन की रजिस्ट्री तक करादी. इसने निराला गृह निर्माण सोसाइटी भी बनायी औरउसके माध्यम सेभी जमीनों की खरीद-बिक्री की. भोजपुर केएकौना गांव का निवासी है. केसरी नगर मेंइसकाएकौना कोठी नाम से बहुमंजिला घर है.