निर्णायक मोड़ पर आया चुनाव: थम गया आज प्रचार का शोर, प्रत्याशी चले डोर टू डोर
प्रत्याशी चले डोर टू डोर
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन उम्मीदवारों के साथ राजनेताओं ने झोंकी पूरी ताकत
मतदान के बचे अब महज 24 घंटे, घर जाकर वोटरों से सीधा सम्पर्क शुरू
अलग-अलग ‘रोड शो’ निकाल कर प्रत्याशियों ने अपने समर्थन में मांगा वोट
पूर्णिया. विधानसभा चुनाव अब अपने निर्णायक मोड़ पर आ गया है. बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण में पूर्णिया जिले की कुल सात सीटों पर 11 नवंबर को होनेवाले मतदान को लेकर चल रहा चुनाव प्रचार रविवार की शाम 5 बजे थम गया और प्रत्याशियों ने डोर टू डोर कैंपेन शुरू कर दिया है . मतदान में अब महज 24 घंटे शेष बचे हैं और यही वजह है कि प्रत्याशियों ने पूरा दम लगा दिया है. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सभी दलों के बड़े नेताओं ने अपनी पूरी ताकत लगा दी. एनडीए की ओर से बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, चिराग पासवान, झारखंड के पूर्व सीएम बाबू लाल मरांडी सहित कई दिग्गजों ने एनडीए उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया. वहीं, महागठबंधन की ओर से कांग्रेस नेता राहुल गांधी, वीआइपी नेता मुकेश सहनी, सांसद पप्पू यादव ने कई सभाएं कीं. प्रचार थमने से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी ताकत झोंकी जबकि कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी ने महागठबंधन के लिए हुंकार भरी. अंतिम दिन उम्मीदवारों ने भी पूरी ताकत झोंक दी. अलग-अलग तरीके से प्रचार किया. पक्ष एवं विपक्ष पर आरोप- प्रत्यारोप का दौर भी खूब चला. कई उम्मीदवार बाइक चला कर क्षेत्र में लिए राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों ने कोई कसर नहीं छोड़ी. उम्मीदवारों के लिए रोड शो तक किया. मतदाताओं को लुभाने की भरसक कोशिश की. अब प्रत्याशियों के पास स्थानीय समर्थकों के साथ 24 घंटे का समय है, जिसमें घर-घर जाकर मनुहार करना शुरू कर दिया है. जिले में कुल सात विधानसभा क्षेत्र में कुल 69 उम्मीदवार चुनाव मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं. इन उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 000 लाख 000 हजार 000 मतदाता करेंगे, जिसका नतीजा 14 नवंबर को मतगणना के बाद सामने आयेगा.
जनसभा, रोड शो व जनसंपर्क का चलता रहा दौर
चुनाव प्रचार के आखिरी दिन एनडीए और महाठबंधन समेत अन्य प्रमुख दल के नेताओं ने कई रैलियां व रोड शो किया. इस बीच प्रत्याशियों ने खुद भी अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों को साथ लेकर अधिकतम लोगों से सम्पर्क साधने का प्रयास किया. चुनाव प्रचार के आखिरी दिन अमूमन सभी प्रत्याशियों ने वोटरों को अपने पक्ष में गोलबंद करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी. सभी के कार्यकर्ता और समर्थक अलग-अलग टीम बना कर पूरे विधानसभा क्षेत्र को रौंद डाला और अपने पक्ष में मतदान की अपील की. अंतिम दिन लोगों ने अहसास किया कि चुनाव प्रचार में भी कम्पीटीशन हो रही है. शाम होते-होते सभी मुख्यालय वापस हुए और नई रणनीति के तहत अलग-अलग टीम बना कर डोर टू डोर सम्पर्क के लिए निकल पड़े.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
