चुपका महिला वोटरों ने खोला महागठबंंधन के शोर के बीच एनडीए की बढ़त का राज
पूर्णिया
पूर्णिया. महागठबंधन के शोर के बीच एनडीए की बढ़त का खुलासा मतगणना के बाद हुआ. इसका राज मंगलवार की देर शाम पूर्णिया की चुपका महिला वोटरों ने खोला और कहा कि इस राज का अहसास उनलोगों ने अपने पति तक को नहीं होने दिया पर मतगणना के बाद सच बता भी दिया. दरअसल, पूर्णिया सीट पर मतगणना के पहले राउंड से एनडीए की लगातार बढ़त देख हर कोई हैरान रह गया क्योंकि यहां पिछले कई दिनों से महागठबंधन का शोर था और लोग यह मानकर चल रहे थे कि पूर्णिया सीट लूज हो गया, मगर, उलट परिणाम देख कई लोगों ने इसका जायजा लिया. पूछताछ के दौरान शहर की कई महिलाओं ने कहा कि एनडीए को वोट का निर्णय पहले से था पर घरवाले आड़े आ रहे थे. यह सोचकर उन्हें नहीं बताया और अलग-अलग ग्रुप बना कर मतदान किया. शहर के कोशी कालोनी, श्रीनगर हाता, नवरतन, बाड़ीहाट और मधुबनी अमला टोला की कई महिलाओं ने कहा कि उन्होंने अपने पति के मन मुताबिक वोट नहीं दिया. हालांकि मतदान के बाद उन्हें यह झूठ कह कर संतुष्ट कर दिया था. पूछे जाने पर इन महिलाओं ने बताया कि सुरक्षा और शराबबंदी की बातें उनके जेहन में थी. एनडीए के कार्यकाल में कानून व्यवस्था की स्थिति सुधरने के बाद वे लोग सुरक्षित रूप से बाजार जाते हैं. उनकी बेटियां बेधड़क होकर कोचिंग पढ़ने जाती है. महिलाओं ने माना कि कुछ छिटपुट घटनाएं होती रही लेकिन शिकायत पर पुलिस ने एक्शन लेती रहती है. कई महिलाएं इस बात से खुश थी कि नीतीश के जाने के बाद शराबबंदी समाप्त हो जायेगी और उनके पति फिर पीने लगेंगे. बहरहाल महिलाओं ने अपने वोटिंग की वास्तविक जानकारी नहीं दी और समय के अनुसार जिसने जैसा पूछा उसे वैसा ही बता दी. महिलाओं को इस बात का गर्व रहा कि वोटिंग में उनकी आधी आबादी है, जो परिणाम को बदल सकता है.
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