Bihar News: विनती के बाद भी नहीं मिली छुट्टी! चुनाव ड्यूटी में गये शिक्षक की हार्ट अटैक से मौत, मचा बवाल

पंचायत चुनाव के दौरान ड्यूटी पर गये एक शिक्षक की मौत दिल का दौरा पड़ने से हो गया. जिसके बाद परिजनों और साथी शिक्षकों ने बवाल काट दिया. आरोप है कि तबीयत बिगड़ने के बाद भी छुट्टी नहीं दी गई जिसके कारण मौत हुइ.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 21, 2021 9:37 AM

बिहार पंचायत चुनाव के दौरान ड्यूटी पर तैनात एक चुनाव कर्मी सह शिक्षक की मौत के बाद बवाल मचा हुआ है. मामला बिहटा से जुड़ा हुआ है जहां 22 प्रखंडों के अंदर चौथे चरण में मतदान संपन्न हुआ. ड्यूटी पर तैनात शिक्षक की मौत का कारण हर्ट अटैक बताया जा रहा है. वहीं परिजनों और साथी शिक्षकों ने सड़क पर शव रखकर बवाल किया है.

बिहटा प्रखण्ड के 22 पंचायतों में बुधवार को वोट डाले गये. इस दौरान एक चुनाव कर्मी सह शिक्षक की हार्ट अटैक से मौत हो गयी जिसके बाद हड़कंप मच गया. मृतक शिक्षक की पहचान थाना क्षेत्र के दोघड़ा छिलका निवास मुंद्रिका प्रसाद के 40 वर्षिय पुत्र सुरदर्शन प्रसाद के रूप में हुई है.

मौत से आक्रोशित शिक्षक के साथियों एवं परिजनों ने प्रखंड चुनाव अधिकारी पर छुट्टी नही देने का आरोप लगाया है और मुआवजे की मांग को लेकर बिहटा-औरंगाबाद मुख्य सड़क पर शव को रखकर जाम कर दिया. इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई.

Also Read: 5 सांसदों ने फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनवाकर लड़ा चुनाव! जीतनराम मांझी ने इन नेताओं पर लगाये गंभीर आरोप…

घटना के सम्बंध में बताया जाता है कि बिहटा के राघोपुर स्थित बाजार समिति के बने मतगणना केंद्र पर जमुनापुर पंचायत के 14 नंबर टेबल पर ईवीएम लेने के लिए ड्यूटी लगाई गई थी. आरोप है कि शिक्षक की तबियत देर रात ही खराब होने लगी थी. अधिकारियों को जानकारी देने के बाद भी छुट्टी नही दिया गया. काम खत्म होने के बाद ही चुनाव कर्मी को छुट्टी मिली. इसी दौरान घर जाने के क्रम में रास्ते में दिल का दौरा पड़ने से शिक्षक की मौत हो गई.

जानकारी के मुताबिक, मृतक शिक्षक पाली के मध्य विधालय में 2003 से शिक्षक के रूप में पदस्थापित थे. चौथे चरण के मतदान के बाद मतगणना केंद्र पर मत पेटियां एवं ईवीएम ले जाने के लिए शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी. इसी क्रम में सुरदर्शन प्रसाद को ईवीएम ले जाने के दौरान तबियत खराब होने लगी और घर लौटने के समय उनकी मौत हो गयी. मृतक की पत्नी उर्मिला देवी एवं बेटे-बेटी समेत तमाम परिवारजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

Published By: Thakur Shaktilochan

Next Article

Exit mobile version