गांधी मैदान के बदले अब फुलवारीशरीफ से खुलेंगी सरकारी बसें, पटना का दूसरा ISBT सितंबर तक बनकर होगा तैयार

परिवहन कॉम्प्लेक्स का निर्माण बीते एक महीने से बहुत तेजी से चल रहा है. सितंबर माह के अंत तक इसके पहले फेज का निर्माण पूरा हो जायेगा. इसमें बनने वाले भवनों में डीटीओ ऑफिस का नया भवन, बीएसआरटीसी मुख्यालय और उसका बस टर्मिनल शामिल हैं.

By Prabhat Khabar | July 12, 2022 8:55 AM

पटना. परिवहन कॉम्प्लेक्स का निर्माण बीते एक महीने से बहुत तेजी से चल रहा है. सितंबर माह के अंत तक इसके पहले फेज का निर्माण पूरा हो जायेगा. इसमें बनने वाले भवनों में डीटीओ ऑफिस का नया भवन, बीएसआरटीसी मुख्यालय और उसका बस टर्मिनल शामिल हैं. इसके साथ ही परिवहन कॉम्प्लेक्स में इनके शिफ्ट होने की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी और अक्तूबर माह के अंत तक इनके परिवहन कॉम्प्लेक्स में पूरी तरह शिफ्ट हो जाने की संभावना है.

सेंट्रल वर्कशॉप का निर्माण जारी

बीएसआरटीसी और परिवहन विभाग के अधिकारियों और कर्मियों के लिए 42 फ्लैटों का निर्माण भी सितंबर अंत तक पूरा हो जायेगा. इससे यहां काम करने वाले कर्मियों और अधिकारियों को रहने में भी असुविधा नहीं होगी. बीएसआरटीसी के सेंट्रल वर्कशॉप का निर्माण भी चल रहा है, लेकिन यह अक्तूबर अंत तक पूरा होगा. लिहाजा इसके नवंबर से चालू होने की संभावना है.

इलेक्ट्रिक बसों की चार्जिंग के लिए पांच प्वाइंट भी बनाये गये

फुलवारी डिपो के पुराने वर्कशॉप की जगह इसका निर्माण हो रहा है. यहां निगम की ऐसी खराब बसों को बनाने का काम होगा, जो डिपो डिवीजन में नहीं बन पाती हैं. साथ ही इलेट्रिक बसों की चार्जिंग के लिए यहां पांच प्वाइंट भी बनाये गये हैं. इलेक्ट्रिक बसों के साथ ही परिवहन कॉम्प्लेक्स को जगदेव पथ के पास बेली रोड से जोड़ने वाला 18 मीटर लंबी सड़क भी अक्तूबर अंत तक तैयार हो जायेगी.

अब सरकारी बसें पकड़ने के लिए जाना होगा फुलवारीशरीफ

परिवहन कॉम्प्लेक्स का निर्माण पूरा हाेनेसे न केवल बिस्कोमान भवन सेडीटीओ स्थानांतरित हो जायेगा, बल्कि सुल्तान पैलेस से परिवहन कार्यालय का मुख्यालय भी शिफ्ट करदिया जायेगा. सबसे अधिक फर्क लोगों को बांकीपुर बस डिपो के शिफ्ट होने से होगा. लोगों को बस पकड़ने के लिए गांधी मैदान सरकारी बस स्टैंड के बजाय परिवहन कॉम्प्लेक्स, फुलवारीशरीफ जाना पड़ेगा.

सभी भवन जी प्लस टू

परिवहन कॉम्प्लेक्स में बनने वाले सभी भवन तीन मंजिले हैं. 2020 के अंत में परिवहन कॉम्प्लेक्स का निर्माण शुरू हुआ. भवन निर्माण विभाग अहलूवालिया कॉन्ट्रैक्ट्स से इसका निर्माण करवा रहा है और इस पर लगभग 166 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं. शुरू में यह 22 एकड़ में बनना था, लेकिन चार माह पहलेसरकार ने इसमें से दो एकड़ जमीन पटना एयरपोर्ट पर पैरेलल टैक्सी ट्रैक बनाने के लिए दे दी. इससेडिजाइन में संशोधन करके अब 20 एकड़ में ही परिवहन कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जा रहा है. जून, 2022 तक इसका निर्माण पूरा होना था, लेकिन कोरोना के कारण इसका निर्माण प्रभावित हुआ. इसके कारण निर्माण पूरा होने में चार महीने की देरी होगी.

बीते वर्ष से ही चल रहा ड्राइविंग टेस्ट सेंटर

ड्राइविंग टेस्ट सेंटर का निर्माण भी परिवहन कॉम्प्लेक्स में ही किया गया है. इसका निर्माण बीतेसाल ही पूरा हो गया और यह काम भी कर रहा है.

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