पटना के स्कूली बच्चों ने तैयार किए कई स्पेशल प्रोजेक्ट, जानिए कैसे करेंगे लोगों की मदद

छात्र शशांक देव द्वारा तैयार किये गये स्मार्ट सेफ्टी प्रोटेक्टर खतरे से बचाने में मदद करेगा. यह डिवाइस रखने वाले व्यक्ति के साथ अगर कोई जबरदस्ती करता है या फिर उन्हें किडनैप करने की कोशिश करता है, तो यह डिवाइस स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना देगा.

By Prabhat Khabar | March 26, 2023 3:02 AM

पटना. विज्ञान में रुचि रखने वाले शहर के स्कूली बच्चों ने एक्सपेरिमेंट कर स्पेशल प्रोजेक्ट तैयार किया है. बच्चों द्वारा तैयार किये इन प्रोजेक्ट की मदद से खतरे की घड़ी में लोगों को बचाने के साथ ही स्थानीय पुलिस व घर के सदस्यों को भी इसकी जानकारी मिल सकेगी. इसके साथ ही बच्चों द्वारा तैयार किये गये एक अन्य प्रोजेक्ट में एल्गी (शैवाल) की मदद से करेंट स्टोर कर पावर बैंक तैयार किया गया है. एल्गी की मदद से 5 से 44 वोल्ट तक करेंट की सप्लाइ की जा सकती है. यह कारनामा शहर के ज्ञान निकेतन स्कूल की 10वीं कक्षा के शशांक देव व बीडी पब्लिक स्कूल के जय आदित्य ने किया है. इन बच्चों ने प्रोजेक्ट को फाइनलाइज करने के लिए शहर के श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र के इनोवेशन हब के इंस्ट्रक्टर गौरव कुमार से मदद लेकर इसे तैयार किया है.

मैसेज, कॉलिंग के अलावा लगेगा करेंट का झटका

ज्ञान निकेतन के 10वीं के छात्र शशांक देव द्वारा तैयार किये गये स्मार्ट सेफ्टी प्रोटेक्टर खतरे से बचाने में मदद करेगा. यह डिवाइस रखने वाले व्यक्ति के साथ अगर कोई जबरदस्ती करता है या फिर उन्हें किडनैप करने की कोशिश करता है, तो यह डिवाइस स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना देने के साथ ही परिवार को सदस्यों को भी मैसेज व कॉलिंग के जरिये अलर्ट करेगा. शशांक ने बताया कि इसके तीसरे फीचर में 0.5 एंपियर का इलेक्ट्रिक शॉक भी जेनरेट होगा, जिसकी मदद से जबरदस्ती करने वाले शख्स को कुछ मिनट के लिए बेसुध किया जा सकता है. शशांक द्वारा तैयार किये गये इस डिवाइस को इंस्पायर अवार्ड और इग्नाइट अवार्ड मिलने के साथ ही 10 हजार रुपये का फंड भी प्रदान किया गया है. शशांक बताते हैं कि इस डिवाइस को बनाने में 900 रुपये खर्च आया है, अगर इस डिवाइस को बल्क में तैयार किया जाये, तो इसकी कॉस्टिंग 700 रुपये पड़ेगी.

एल्गी की मदद से इलेक्ट्रिसिटी जेनरेट कर तैयार किया पावर बैंक

शहर के बीडी पब्लिक स्कूल के कक्षा 10वीं के छात्र जय आदित्य ने एल्गी की मदद से इलेक्ट्रिसिटी जेनरेट कर पावर बैंक तैयार किया है. एल्गी से निकलने वाले इलेक्ट्रॉन को इलेक्ट्रिसिटी में कन्वर्ट कर उन्होंंने यह डिवाइस तैयार किया है. आदित्य बताते हैं कि इस डिवाइस की मदद से 5 से 44 वोल्ट तक इलेक्ट्रिसिटी जेनरेट कर उसे बैटरी में स्टोर किया जा सकता है. इसकी मदद से विभिन्न इलेक्ट्रिक उपकरणों का इस्तेमाल किया जा सकता है. उन्होंंने बताया कि इस प्रोजेक्ट को यूनिवर्सिटी ऑफ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट, कोलकाता की ओर से थर्ड रैंक दिया गया है. इसके साथ ही स्किल इंडिया और एग्री संस्था की ओर से निर्माण बाल प्रतिभा पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है.

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