3226 किमी लंबाई में ग्रामीण सड़कें बनेंगी चकाचक

राज्य में ग्रामीण सड़कें करीब 3226 किमी लंबाई में चकाचक होंगी. ग्रामीण कार्य विभाग ने बिहार ग्रामीण पथ अनुरक्षण नीति 2018 के तहत 40,252 किमी से अधिक लंबाई की सड़कों की मरम्मत की मंजूरी दी थी.

By RAKESH RANJAN | August 14, 2025 1:22 AM

– 20 हजार करोड़ से बदलेगी गांव के सड़कों की तस्वीर

संवाददाता, पटना

राज्य में ग्रामीण सड़कें करीब 3226 किमी लंबाई में चकाचक होंगी. ग्रामीण कार्य विभाग ने बिहार ग्रामीण पथ अनुरक्षण नीति 2018 के तहत 40,252 किमी से अधिक लंबाई की सड़कों की मरम्मत की मंजूरी दी थी. इसमें से अब तक 37,026 किमी सड़कें बेहतर बना दी गयी हैं. सड़कों की मरम्मत के मामले में पूर्वी चंपारण सबसे आगे है. यहां 2,370 किमी लंबाई में सड़कें बेहतर बना दी गयी हैं. दूसरे नंबर पर पश्चिम चंपारण है. यहां 1,979 किमी लंबाई में सड़कें बेहतर बनायी गयी हैं. वहीं, मुजफ्फरपुर के गांवों की भी 1,644.85 किमी सड़कों को मजबूत किया गया है.

सूत्रों के अनुसार बिहार ग्रामीण पथ अनुरक्षण नीति 2018 के तहत अब तक 16,167 सड़कों की मरम्मत को प्रशासनिक मंजूरी मिल चुकी है. इनकी कुल लंबाई 40,252 किमी से अधिक है. इन पर 20 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा खर्च किया जा रहा है. इनमें से 15,404 सड़कों की मरम्मत पहले ही पूरी हो चुकी है, जिनकी लंबाई 36,574 किमी से अधिक है. इस योजना के तहत सारण में 1,570.11 किमी, समस्तीपुर में 1,399.11 किमी, गया जी में 1,364.88 किमी और वैशाली में 1,351 किमी लंबाई में सड़कें बेहतर बना दी गयी हैं.

बदल रही है गांव की सड़कें

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिशा निर्देश के तहत अब बिहार ग्रामीण पथ अनुरक्षण नीति 2018 का मकसद सड़क बनाने के साथ ही उन्हें लंबे समय तक दुरुस्त रखना भी है. इसमें ग्रामीण सड़कों और पुलों का नियमित रखरखाव किया जाता है, ताकि बरसात, गर्मी या सर्दी, किसी भी मौसम में गांव के लोग इन रास्तों पर आसान सफर कर सकें. इसका लाभ गांव के किसानों से लेकर स्कूल जाने वाले बच्चों तक को मिल रहा है. किसानों के लिए फसल मंडी तक पहुंचना आसान हुआ है.

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