Bihar News: सूरत, जयपुर, लखनऊ, कोयंबटूर जैसे शहरों से आगे है पटना, जानें आईआरआईएस इंडेक्स की रिपोर्ट

रियल एस्टेट प्लेटफॉर्म हाउसिंग डॉटकॉम के आंकड़ों में यह बात सामने आयी है. हाउसिंग डॉट कॉम के आईआरआईएस इंडेक्स के अनुसार, पटना, सूरत और जयपुर जैसे शहरों में 2021 में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के बाद होम बॉयर की गतिविधि में बढ़ोतरी देखी गई है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 30, 2021 10:20 AM

साल 2021 दो दिन बाद खत्म हो जाएगा और नया साल 2022 की शुरुआत हो जाएगी. इसी बीच कोरोना का नया वैरिएंट देश में तेजी से फैल रहा है, जिसके कारण एक बार फिर बिजनेस एक्टिविटीज के पटरी से उतरने का खतरा बढ़ गया है. हाल में देश में रियल एस्टेट गतिविधियों में तेजी आयी है. इसकी वजह यह है कि 15 साल में होम लोन सबसे कम है. ब्याज दरों और रियल एस्टेट की कीमतें भी लो स्तर पर चल रही है.

रियल एस्टेट प्लेटफॉर्म हाउसिंग डॉटकॉम के आंकड़ों में यह बात सामने आयी है. हाउसिंग डॉट कॉम के आईआरआईएस इंडेक्स के अनुसार, पटना, सूरत और जयपुर जैसे शहरों में 2021 में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के बाद होम बॉयर की गतिविधि में बढ़ोतरी देखी गई है. इन शहरों में ऑनलाइन प्रॉपर्टी खोज में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की गयी है. वहीं, सूरत, जयपुर, पटना, मोहाली, लखनऊ और कोयंबटूर जैसे शहरों में रियल एस्टेट गतिविधियों में काफी तेजी आई है.

हाउसिंग डॉट कॉम के आईआरआईएस इंडेक्स ने संकेत दिया कि मुंबई, बेंगलुरु और दिल्ली में रेंटल मार्केट 2022 में पटरी पर आ सकता है. जिससे कंपनियों की हायरिंग बढ़ाने की योजना है. साल 2021 में ये तीन शहरों में मकान किराए पर लेने के लिए ऑनलाइन सर्च में सबसे अधिक की गयी है. वही, आईआरआईएस इंडेक्स के अनुसार, 2021 में आवासीय भूखंडों के लिए क्वेरी में पहले से ही 42% बढ़ोतरी हो चुकी है.

Also Read: अब तेज गाड़ी चलाने वालों पर चलेगी रडार गन, दो से पांच हजार तक का होगा जुर्माना, इन जगहों पर पर विशेष चौकसी

रिपोर्ट के अनुसार, 2 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की संपत्तियों की ऑनलाइन सर्च में काफी बढ़ोतरी हुई है. एनबीटी में छपी खबर के अनुसार 2022 में घर खरीदारों के बीच बड़े घर पसंदीदा विकल्प होने जा रहे हैं. इसकी वजह यह है कि ओमीक्रॉन संस्करण के खतरों के बीच कंपनियां वर्क फ्रॉम होम जारी रखना चाहती हैं. डेटा से पता चलता है कि 2021 में 3+बीएचके अपार्टमेंट्स की खोज क्वेरी में साल-दर-साल 15% की वृद्धि देखी जा रही है.

Next Article

Exit mobile version