गोपालगंज में जड़ जमाये भू-माफियाओं को एक बड़े नेता का संरक्षण, नेटवर्क को खंगालने में जुटी है पुलिस
Gopalganj: गोपालगंज में फर्जी कागजात के आधार पर जमीन पर कब्जा कराने वाले बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस जांच में पता चला कि इस गैंग को एक प्रभावशाली नेता का संरक्षण मिल रहा था. हथियार बरामदगी और आरोपियों के इकबालिया बयान के बाद पुलिस अब पुख्ता सबूत जुटाने में लगी है.
Gopalganj: बिहार के गोपालगंज शहर में फर्जी कागजात पर भय पैदा कर जमीन पर कब्जा करने वाले एक बड़े रैकेट का खुलासा पुलिस कर चुकी है. भू-माफियाओं के इस रैकेट को शहर के एक बड़े नेता का संरक्षण प्राप्त होने की बात सामने आयी है. पुलिस अब मोबाइल के सीडीआर को खंगालने में जुटी है. पुलिस कप्तान अवधेश दीक्षित ने बताया कि रेयाजुल हक राजू का नाम शहर में जमीन पर कब्जा कराने वाले नेटवर्क को संरक्षण देने के मामले में सामने आया है.
पुख्ता एविडेंस मिलने पर कार्रवाई
कुचायकोट का एक भू-माफिया देसी पिस्टल, देसी कार्बाइन और कारतूस के साथ गिरफ्तार हरदिया निवासी फहीम अनवर उर्फ बाबर के द्वारा अपने इकबालिया बयान में रेयाजुल हक राजू व अन्य लोगों के नाम का खुलासा किया गया था. उसके खुलासे के बाद पुलिस साक्ष्यों को जुटा रही है.
पुलिस की जांच में शहर के बड़े नेता की भूमिका की बात सामने आ रही है. काफी दिनों से जमीन के सौदागरों से संबंध होने की बात आ रही. पुलिस कप्तान ने कहा कि उसके बयानों के आधार पर जांच हो रही है. पुख्ता एविडेंस मिलते ही ऐसे लोगों पर कार्रवाई तय है.
पुलिस ने गैंग के दो और बदमाशों को दबोचा
पुलिस कप्तान ने बताया कि मानवीय और तकनीकी इनपुट के आधार पर सरेया नरेंद्र निवासी तौफिक हुसैन तथा हरदिया निवासी आबरे आलम पिता अजीम मियां को गिरफ्तार कर लिया. दोनों पर फहीम के साथ मिलकर देशी कार्बाइन और कट्टा उपलब्ध कराने, रख-रखाव करने तथा संभावित वारदात की साजिश में शामिल रहने का आरोप है.
फहीम ने खोला था भू-माफियाओं के नेटवर्क का राज
पूरा वाक्या 14 नवंबर का है, जब तुरकाहां पुल के पास, विधानसभा चुनाव की मतगणना के दौरान वाहन जांच में हरदिया गांव के पुलिस ने फहीम अनवर उर्फ बाबर को देसी पिस्टल, कार्बाइन और कारतूस के साथ पकड़ा था.
मामले में की गयी पूछताछ ने पुलिस को जमीन कब्जा और हत्या की साजिश का बड़ा संकेत दिया था. फहीम ने स्वीकार किया था कि उसने अपने साझेदारों के साथ मिलकर जंगलिया शबनम होटल के पीछे एक जमीन खरीदी थी, जिसको लेकर दीपावली के आसपास मारपीट की घटना हुई थी.
घटना को बदला लेने और शहर में भय का माहौल बनाने के लिए इन लोगों ने देसी कार्बाइन और कट्टा खरीदा था. हथियारों का इस्तेमाल जमीन कब्जा और हत्या में करने की तैयारी थी. मामले में नगर थाना कांड संख्या 837/25 दर्ज कर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी. उसका उद्देश्य शहर में दहशत फैलाना और मौके पर कब्जा जमाना था. इसी बयान के आधार पर नगर थाना कांड संख्या 837/25 दर्ज कर अनुसंधान चल रहा था.
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