पटना यूनिवर्सिटी के छात्रों को प्रोमोट कर चलेंगी अगले सेमेस्टर की कक्षाएं

पटना विवि ने निर्णय लिया है कि को छात्रों तत्काल प्रोमोट कर उनकी ऑनलाइन कक्षा चलवायी जायेगी, ताकि पाठ्यक्रम पूरा होता रहे और सत्र पर इसका प्रभाव नहीं पड़े.

By Prabhat Khabar | June 15, 2020 9:40 AM

पटना : पटना विवि ने निर्णय लिया है कि को छात्रों तत्काल प्रोमोट कर उनकी ऑनलाइन कक्षा चलवायी जायेगी, ताकि पाठ्यक्रम पूरा होता रहे और सत्र पर इसका प्रभाव नहीं पड़े. दरअसल पटना विवि में कोरोना की वजह से न तो मई में परीक्षाएं हुईं और न ही जून में. अब जुलाई-अगस्त में लेने की बात कही जा रही है. जबकि रिजल्ट सितंबर में आयेगा. यानी अक्तूबर से पहले कक्षाएं शुरू नहीं होंगी. इसलिए प्रोमोट करने का निर्णय लिया गया है. पीजी सेकेंड व फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षाओं का शेड्यूल अभी नहीं बना है, लेकिन नये एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार जुलाई व अगस्त में परीक्षा संभावित है. जिस प्रकार से कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है, परीक्षा पर भी संशय के बादल छाये हुए हैं, इसलिए भी कक्षाओं को जारी रखा जायेगा.

कक्षाओं पर नहीं पड़ेगा असर

पीयू के रजिस्ट्रार कर्नल मनोज मिश्र ने कहा कि पहले भी रिजल्ट में देरी होने पर क्लास शुरू कर दिये जाते थे. इस बार कोरोना संकट में परीक्षा नहीं हो सकी है. इसलिए परीक्षा होने और रिजल्ट जारी होने तक कक्षाओं पर कोई असर नहीं पड़ने दिया जायेगा. थर्ड सेमेस्टर की कक्षाएं अपने समय से ऑनलाइन माध्यम से चलती रहेंगी, ताकि पढ़ाई और सत्र चलता रहे. बीच में समय अनुकूल होते ही परीक्षा लेकर रिजल्ट जारी कर दिया जायेगा.

पीजी नामांकन आवेदन के लिए अगस्त तक करना होगा इंतजार

पटना विवि में एडमिशन के लिए नामांकन प्रक्रिया तो चल रही है. लेकिन, पीजी में नामांकन के लिए छात्र आवेदन नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे छात्रों को अगस्त तक इंतजार करना होगा. क्योंकि, स्नातक थर्ड इयर की एक परीक्षा अब तक लंबित है. यह जुलाई में प्रस्तावित है. रिजल्ट भी जुलाई में जारी कर दिया जायेगा. अगस्त से ही छात्र उसमें आवेदन कर सकते हैं. इस संबंध में स्टूडेंट्स वेलफेयर डीन प्रो एनके झा ने कहा कि विवि नियमों से बंधी है. चूंकि पीजी में एंट्रेंस टेस्ट नहीं होता है इसमें आवेदन के दौरान ही अंक पत्र अनिवार्य है. उसी के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार होता है. इसलिए इसमें अपीयरिंग छात्रों को आवेदन का प्रावधान नहीं है. रजिस्ट्रार मनोज मिश्र ने कहा कि हालांकि राजभवन से इस संबंध में स्वीकृति मिलती है तो अपीयरिंग छात्रों को आवेदन का मौका मिल सकता है. इसलिए विवि प्रयास कर रही है.

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