Video : पटना में सोना चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, गिरफ्तार स्वर्ण कारोबारियों और पुलिस के बीच झड़प

एसएसपी ने बताया कि यह गिरोह शास्त्रीनगर, दानापुर, पाटलिपुत्र, राजीवनगर, दीघा के अलावा बाइपास थाना क्षेत्रों में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुका है. इस गिरोह के कई शातिर अब भी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2022 1:14 AM

पटना. शास्त्रीनगर थाने की पुलिस ने बंद घरों और फ्लैटों में चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. गिरोह के तीन कुख्यात चोरों के साथ-साथ चोरी की ज्वेलरी खपाने वाले पांच स्वर्ण दुकानदारों को सुल्तानगंज और पीरबहोर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एसएसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि इस गिरोह ने महज छह महीने में चोरी की 21 घटनाओं को अंजाम दिया है.

फर्जी प्लंबर व बिजली मिस्त्री बन करता था रेकी

फर्जी प्लंबर, एसी मेकैनिक और बिजली मिस्त्री बन कर गिरोह के शातिर अपार्टमेंट में घुसते थे और बंद फ्लैटों की रेकी कर लौट जाते थे. इसके बाद रात को चोरी को अंजाम देते थे. गिरफ्तार चोरों के पास से कटर, पिलास, हथौड़ी, छैनी भी बरामद हुए है. जानकारी के अनुसार पूर्व में दो चोरों को गिरफ्तार किया गया था. उसी की निशानदेही पर इस गिरोह के बारे में पता चला. इसके बाद सघन छापेमारी करते हुए सुल्तानगंज और दीघा इलाके से तीन चोरों को गिरफ्तार किया गया.


पूछताछ से स्वर्ण दुकानदारों का पता चला

पूछताछ के बाद सोना खपाने वाले स्वर्ण दुकानदारों का पता चला. बरामद ज्वेलरी की पहचान करने के लिए पुलिस ने शास्त्री नगर थाने के अलावा अन्य थाना क्षेत्रों में रहने वाले उन लोगों को बुलाया था, जिनके घरों में चोरी हुई थी. पुलिस की सूचना के बाद सभी थाने पहुंच गये थे, जिसे बरामद ज्वेलरी की पहचान करायी जा रही थी.

30 लाख का सोना और एक लाख से अधिक की चांदी बरामद

एसएसपी ने बताया कि यह गिरोह शास्त्रीनगर, दानापुर, पाटलिपुत्र, राजीवनगर, दीघा के अलावा बाइपास थाना क्षेत्रों में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुका है. इस गिरोह के कई शातिर अब भी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. गिरफ्तार चोरों के पास से पुलिस 560 ग्राम सोना (30 लाख रुपये), एक किलो 95 ग्राम चांदी ( 1.41 लाख ) बरामद की गयी है.

चोरी कर फरार हो जाते हैं नेपाल और कोलकाता

मिली जानकारी के अनुसार इस गिरोह ने इस साल सबसे अधिक दशहरा, छठ पूजा और दीपावली के दौरान चोरी को अंजाम दिया है. गिरोह के शातिर चोरी करने के बाद ज्वेलरी को बेच अय्याशी के लिए नेपाल और कोलकाता फरार हो जाते थे. बताया गया कि पिछले एक सप्ताह से पुलिस ने इस गिरोह के शातिरों को पकड़ने के लिए मुजफ्फरपुर, आरा, पूर्णिया के अलावा पटना के विभिन्न थाना क्षेत्रों में छापेमारी की थी.

ज्वेलर्स के परिजनों ने पुलिस से की धक्का-मुक्की

प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म होने के बाद जब एसएसपी व सचिवालय एएसपी एसएचओ चैंबर में बैठे थे कि उसी दौरान गिरफ्तार ज्वेलर्स के परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. परिजनों का आरोप था कि पुलिस ने घर में घुस कर हमारी ज्वेलरी भी उतार ली है और उसे चोरी का बताकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही है. इस आरोप पर शास्त्रीनगर थानाध्यक्ष ने परिजनों से कहा कि गिरफ्तार ज्वेलर्स की निशानदेही और बतायी गयी ज्वेलरी को ही जब्त किया गया है. अगर आपको किसी तरह की कोई आपत्ति है, तो बरामद सोने की रसीद लगा कर उसे कोर्ट में प्रस्तुत कर सकते हैं. इतना कहने पर गिरफ्तार ज्वेलर्स के साथ पहुंचे 25 से 30 परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. वहीं धरना-प्रदर्शन करने की बात कर पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करने लगे. इस दौरान थानाध्यक्ष की वर्दी को भी एक शख्स ने पकड़ लिया. यह देख वहां मौजूद पुलिस पदाधिकारियों ने तीन युवक और एक महिला को हिरासत में लेकर भीड़ को बाहर कर दिया

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ये हुए गिरफ्तार

  • मो आशिफ, शाहगंज

  • मो तालिब उर्फ बंटी, ट्रेनिंग स्कूल जाफर गली, शाहगंज

  • मो शाबिद अंसारी उर्फ चांद, दीघा

  • चंदन कुमार, त्रिमूर्ति ज्वेलर्स, सुल्तानगंज

  • राकेश रौशन, गांधी चौक, महेंद्रू

  • राजेश कुमार उर्फ बंटी, दुरुखी गली,

  • सुशांत घोराई, दुरुखी गली, पीरबहोर

  • शंकर किरदत, दुरुखी गली, पीरबहोर (सांगली, महाराष्ट्र का मूल निवासी)

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