आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के नामांकन की होगी ऑडिट

राज्य में एक लाख 12 हजार आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है. इन केंद्रों पर लाखों बच्चों को पोषाहार मिलता है.लेकिन हाल के दिनों में समाज कल्याण विभाग को शिकायत मिली है कि केंद्रों पर बच्चों की संख्या कम रहने पर भी केंद्रों में रखे रजिस्टर में बच्चों की संख्या अधिक रहती है.

By Prabhat Khabar | May 9, 2024 1:32 AM

– समाज कल्याण विभाग ने जिलों को भेजा निर्देश, अगल तरीके से रजिस्टर में नाम चढ़ाने वालों पर होगी कार्रवाई संवाददाता, पटना राज्य में एक लाख 12 हजार आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है. इन केंद्रों पर लाखों बच्चों को पोषाहार मिलता है.लेकिन हाल के दिनों में समाज कल्याण विभाग को शिकायत मिली है कि केंद्रों पर बच्चों की संख्या कम रहने पर भी केंद्रों में रखे रजिस्टर में बच्चों की संख्या अधिक रहती है. इस तरह की शिकायत लगातार बढ़ने के बाद विभाग ने राज्य में केंद्रों की एक ऑडिट कराने का निर्णय लिया है, जिसमें जनप्रतिनिधियों के साथ आमलाेगों को भी जोड़ा जायेगा. यह एक तरह का सोशल ऑडिट होगा,जिसमें सरकारी अधिकारियों की भागीदारी कम से कम होगी और निजी क्षेत्र के लोगों से ऑडिट कराया जायेगा. कम बच्चे वाले केंद्र को दूसरे केंद्र में करना था मर्ज विभाग ने पूर्व में ही निर्णय लिया था कि जिस केंद्र पर बच्चों की कम होगी. उस केंद्र को दूसरे केंद्र में शिफ्ट कर दिया जायेगा, लेकिन इस निर्णय के बाद अब तक किसी भी केंद्र को दूसरे केंद्र में कम बच्चा रहने के कारण नहीं शिफ्ट किया गया है. इस कारण से कम बच्चे रहने पर भी केंद्रों को चलाया जा रहा है. जब कभी अधिकारियों का निरीक्षण होता है, तो आसपास के बच्चों को लाकर केंद्र में बिठा लिया जाता है. इसी तरह से फर्जीवाड़ा करने इस तरह के केंद्र को चलाया जा रहा है. जिसपर सख्ती करने का आदेश दिया गया है.

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