बिहार में सोननगर से दानकुनी तक होगा डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडॉर का निर्माण, खर्च होंगे 2000 करोड़

अगले फेज में सोननगर से गया, नेसुबो गोमो, धनबाद होते हुए पश्चिम बंगाल के दानकुनी तक निर्माण होना है.

By Prabhat Khabar Print Desk | February 6, 2022 6:24 PM

पटना. पूमरे के जीएम अनुपम शर्मा ने माल ढुलाई को लेकर डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया. उन्होंने डीएफसीसीआईएल के प्रबंधक निदेशक आरके जैन व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में डीडीयू से औरंगाबाद जिले के सोननगर तक चल रहे कार्य में आरओबी का काम जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया.

इसके साथ ही आरयूबी सहित इस रेलखंड के स्टेशनों के यार्ड का रिमॉडलिंग, विद्युत व सिगनल से जुड़े काम भी शीघ्र पूरा करने को कहा. डीडीयू से चिरेलापाथु के बीच 49 तथा सोननगर से बगहा विशुनपुर के बीच एक रेलवे गुमटी है. इनमें से 43 रेलवे क्रासिंग पर आरओबी तथा शेष सात समपार फाटक पर आरयूबी का प्रावधान किया गया है. गंजख्वाजा व चिरेलापाथु के बीच सभी आरयूबी का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है.

सोननगर से दानकुनी के बीच निर्माण पर खर्च होंगे 2000 करोड़

अगले फेज में सोननगर से गया, नेसुबो गोमो, धनबाद होते हुए पश्चिम बंगाल के दानकुनी तक निर्माण होना है. वर्ष 2022-23 में निर्माण कार्य पर 2000 करोड़ का निवेश किया गया है. इस काम के लिए पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार में सभी भी यूटिलिटी शिफ्टिग का काम यथाशीघ्र करने का निर्देश दिया.ताकि सोननगर से दानकुनी तक का कार्य तीव्रगति से पूरा किया जा सके.माल ढुलाई को सुगम बनाने व पहले से स्थापित रेल लाइनों पर बढ़ रहे दबाव को कम करने के उद्देश्य से रेलवे की अनुषंगी इकाई डीएफसीसीआईएल दो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है.

पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर 1856 किलोमीटर रेलमार्ग द्वारा पंजाब के साहनेवाल से पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार व झारखंड राज्यों से होकर गुजरेगा और पश्चिम बंगाल के दानकुनी को जोड़ेगा. डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर परियोजना का बिहार राज्य में विस्तार 239 किमी है.डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर शुरू हो जाने के बाद इस ट्रैक पर माल गाड़ियों का परिचालन तेजी से होगा.

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