गांवों की सांस्कृतिक विरासत को किया जायेगा प्रदर्शित
विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के अपर सचिव-सह-निदेशक अहमद महमूद की अध्यक्षता में बिहार की सांस्कृतिक पहचान की रक्षा के लिए तकनीकी प्रणाली का उपयोग करने के महत्व पर बैठक हुई.
बिहार में सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए योजना तैयार करने के लिए बैठक संवाददाता, पटना विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के अपर सचिव-सह-निदेशक अहमद महमूद की अध्यक्षता में बिहार की सांस्कृतिक पहचान की रक्षा के लिए तकनीकी प्रणाली का उपयोग करने के महत्व पर बैठक हुई. वहीं, बैठक में बिहार के सांस्कृतिक विरासत से संबंधित स्थलों के संरक्षण पर चर्चा हुई. बैठक में डाॅ मनीषा विनोदिनी रमेश, प्रो. वाइस-चांसलर (प्रोवोस्ट), अमृता विश्वविद्यापीठम्, केरल ने हेरिटेज हेराल्ड पहल बिहार के गांवों की अनूठी व सांस्कृतिक विरासत के प्रभावी दस्तावेजीकरण, प्रसार और प्रस्तुति के लिए काम होगा. बैठक में पर्यटन विभाग के निदेशक-सह-विशेष सचिव, उदयन मिश्रा व कला युवा एवं संस्कृति विभाग के प्रतिनिधिगण शामिल थे, जिन्होंने हर सरकारी निकायों द्वारा दिये जाने वाले सहयोगात्मक भावना को रेखांकित किया. गांव की विरासत को प्रदर्शित करने के लिए अत्यधिक इंटरैक्टिव सिस्टम विकसित किया जायेगा और प्रभावशाली संरक्षण अनुप्रयोगों के लिए विरासत संरक्षण पर आधारित विज्ञान के क्षेत्र को आगे बढ़ाया जायेगा. युवा पीढ़ी के लिए गांव के विरासत को प्रभावी ढ़ंग से प्रस्तुत किया जायेगा.
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