बिहार में गलत तरीके से बने नियोजित शिक्षकों की नौकरी खतरे में, चिह्नित फर्जी शिक्षकों का अब सार्वजनिक होगा नाम

शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़ा के आधार पर नौकरी की मलाई खा रहे लोगों के लिए बुरी खबर है. हाइकोर्ट के कड़े रुख के बाद शिक्षा विभाग ने सख्ती दिखाते हुए निगरानी जांच के लिए शिक्षक नियोजन फोल्डर व मेधा सूची उपलब्ध कराने में आनाकानी करने वाले नियोजन इकाई पर जल्द ही प्राथमिकी की गाज गिरने वाली है.

By Prabhat Khabar | May 18, 2021 1:50 PM

शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़ा के आधार पर नौकरी की मलाई खा रहे लोगों के लिए बुरी खबर है. हाइकोर्ट के कड़े रुख के बाद शिक्षा विभाग ने सख्ती दिखाते हुए निगरानी जांच के लिए शिक्षक नियोजन फोल्डर व मेधा सूची उपलब्ध कराने में आनाकानी करने वाले नियोजन इकाई पर जल्द ही प्राथमिकी की गाज गिरने वाली है.

निदेशक प्राथमिक शिक्षा के निर्देशानुसार सभी बीइओ से पंचायती राज संस्थान व नगर निकाय संस्थान द्वारा 2006 से 2015 के बीच नियोजित शिक्षकों के सभी प्रमाण-पत्रों की जांच के लिये फोल्डर तलब किया था. लेकिन बार-बार आदेश के बाद भी नियोजन इकाई द्वारा नियोजित शिक्षकों का फोल्डर नहीं जमा किया गया. इस आदेश की अवहेलना के बाद निदेशक ने शिक्षकों के फोल्डर की जांच के लिये एक वैकल्पिक व्यवस्था की. इसके लिए वेब पोर्टल का निर्माण किया गया. वैसे शिक्षक जिन्होंने अब तक अपने प्रमाण-पत्र को निगरानी विभाग के पास जमा नहीं किया है. वे अब शिक्षा विभाग के जारी पोर्टल पर अपने फोल्डर को अपलोड कर देंगे.

निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के द्वारा कहा गया कि फोल्डर उपलब्ध नहीं कराने वाले शिक्षकों की सूची को जिला प्रशासन की वेबसाइट एनआइसी पर अपलोड कर दें. इसके लिये अंतिम तिथि 17 मई मुकर्रर की गयी थी.

Also Read: VIDEO: लॉकडाउन में डांसर से कराया तमंचे पर डिस्को, भाई समेत दूल्हा गया जेल, दूल्हन के पिता समेत 50 से अधिक पर FIR

अररिया जिला शिक्षा विभाग ने ऐसे शिक्षकों को चिह्नित कर लिया है जिन्होंने अब तक जांच के लिए फोल्डर नहीं जमा किया है व जिनके फोल्डर उपलब्ध हैं लेकिन सारा प्रमाण-पत्र उपलब्ध नहीं कराया गया है. अब सोमवार को समीक्षा के बाद चिह्नित शिक्षकों का नाम जिला प्रशासन की वेबसाइट एनआइसी पर अपलोड कर प्रदर्शित किया जायेगा ताकि आमलोगों को भी ऐसे शिक्षकों की जानकारी हो सके.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

Next Article

Exit mobile version