सुशील मोदी का ट्वीट, कहा- गरीबों का नाम लेकर परिवार के लिए प्रोपर्टी बनाना ही लालू प्रसाद का पहला मकसद

सुशील मोदी का सवाल, आरोप पत्र दायर होने से जब लालू प्रसाद की नौकरी गयी, तब अपनी नौकरी पत्नी के अलावा किसी और को क्यों नहीं दी?

By Samir Kumar | March 15, 2020 10:58 PM

पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने रविवार को ट्वीट कर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मुखिया लालू प्रसाद यादव एवं उनके परिवार के सदस्यों पर जोरदार हमला बोला है. उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में राजद पर हमला बोलते हुए लिखा है कि बिहार में कांग्रेस 20 साल से लालू-राबड़ी की पालकी ढो रही है और “जय कन्हैया लाल की” का नारा लगा रही है. लेकिन, अब तक वह ये दो बातें नहीं समझ पायी कि लालू प्रसाद कभी विश्वसनीय नहीं हो सकते और गरीबों का नाम लेकर परिवार के लिए प्रोपर्टी बनाना ही उनका पहला मकसद है.

डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में आगे लिखा है कि लालू प्रसाद प्रसाद बताएं कि राजद के शासनकाल के दौरान जब लाखों लोग पलायन कर रहे थे, तब उन्होंने अपनी नौकरी क्यों नहीं छोड़ी? लालू परिवार पर हमला तेज करते हुए उन्होंने कहा कि आरोप पत्र दायर होने से जब उनकी नौकरी गयी, तब अपनी नौकरी पत्नी के अलावा किसी और को क्यों नहीं दी?

अपने एक अन्य ट्वीट में डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार ने उच्च शिक्षा को बढ़ावा देकर और आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना कर आर्यभट्ट के सम्मान में कई काम किये. सदन में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यह विडंबना ही है कि जो दल आर्यभट्ट का नाम लेकर राजनीति करना चाह रहे हैं, उनलोगों ने केवल चरवाहा विद्यालय खोलवाये और नेतृत्व ऐसे व्यक्ति को सौंपा, जो दसवीं पास भी नहीं है.

उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने साथ ही कहा कि राज्य सरकार ने असमय वर्षा का पूर्वानुमान कर फसलों के नुकसान की भरपायी में किसानों की मदद के लिए बीस दिन पहले ही 60 करोड़ की राशि रिलीज कर दी. बिहार के सभी जिलों के कृषि अधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये नुकसान का जायजा लिया गया है. इनपुट अनुदान के लिए 1 लाख 41 हजार से ज्यादा किसानों के आवेदन भी प्राप्त हो गये हैं. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार संकट में प्रदेश के किसानों के साथ मुस्तैदी से खड़ी है, लेकिन कुछ लोग केवल ट्वीट कर किसान प्रेमी बन रहे हैं.

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