लॉकडाउन के दौरान बिहार के दर्जन भर प्रवासी मजदूरों ने दुर्घटना में गंवायी अपनी जान

सैकड़ों किलोमीटर पैदल चल कर अपने घर पहुंचने की आस लिये प्रवासी मजदूर मौत के शिकार हो जा रहे हैं. अब तक विभिन्न जगहों पर अलग-अलग घटनाओं में बिहार के भी दर्जन भर मजदूरों की मौत हो गयी है.

By Prabhat Khabar Print Desk | May 17, 2020 7:39 AM

पटना : सैकड़ों किलोमीटर पैदल चल कर अपने घर पहुंचने की आस लिये प्रवासी मजदूर मौत के शिकार हो जा रहे हैं. अब तक विभिन्न जगहों पर अलग-अलग घटनाओं में बिहार के भी दर्जन भर मजदूरों की मौत हो गयी है. श्रम विभाग को आठ लोगों के अलग-अलग दुर्घटनाओं में मारे जाने की सूचना है. बिहार सरकार ने राज्यों से अपील किया है कि लोगों को पैदल आने से रोका जाये.

शनिवार के अहले सुबह यूपी के ओरैया में हुई दुर्घटना में दो बिहार के गया जिले के दो प्रवासी मजदूरों की माैत हो गयी. इस घटना में दो व्यक्ति घायल भी हुए हैं. इसके पहले 15 मई को कैमूर में औरंगाबाद के रहने वाले एक मजदूर की सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी, इसमें पांच मजदूर घायल भी हुए. जबकि विद्यापतिनगर में एक प्रवासी की श्रमिक स्पेशल ट्रेन से उतरने के क्रम में कट कर माैत हुई है. 14 मई को समस्तीपुर के उजियारपुर में ट्रक से टक्कर में दो मजदूरों की माैत हो गयी. इस घटना में 12 मजदूर घायल हो गये. इसी दिन कटिहार के क्वारेंटिन सेंटर से भागने के क्रम में एक प्रवासी की माैत हो गयी. 13 मई को गोपालगंज जिले के सिंधवलिया में ट्रक की छत पर बैठकर आ रहे दो मजदूरों की दुर्घटना में मौत हो गयी. इनमें एक मजदूर बिहार का रहने वाला था. 12 मई को भोजपुर के पीरो में प्रवासी की माैत क्वारेंटिन सेंटर में सांप के डसने से हो गयी.

श्रम विभाग के मुताबिक आठ प्रवासी मजदूरों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हुई है, जिनकी पुष्टि की प्रकिया चल रही है. विभागीय पुष्टि के बाद राज्य सरकार और विभाग की ओर से सहायता अनुदान दिया जायेगा. इसमें गया के दो, समस्तीपुर के तीन, सीवान के एक और कटिहार के रहनेवाले दो लोग है.

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