बिहार के इस IPS को एनएसजी में मिली अहम जिम्मेदारी, संभाल चुके हैं पीएम की सुरक्षा

नयी दिल्ली : बिहार कैडर के तेज-तर्रार और चर्चित आइपीएस अधिकारी शालिन को देश की सुरक्षा से संबंधित बड़ी जिम्मेदारी दी गयी है. गृह मंत्रालय के निर्णय के बादबिहार सरकार ने पटना सेंट्रल रेंज के डीआइजी शालीन को विरमित कर दिया है. अब वो अगलेपांच वर्षों तक एनएसजी (नेशनल सिक्यूरिटी गार्ड) में डीआइजी की जिम्मेवारी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 27, 2017 7:15 PM

नयी दिल्ली : बिहार कैडर के तेज-तर्रार और चर्चित आइपीएस अधिकारी शालिन को देश की सुरक्षा से संबंधित बड़ी जिम्मेदारी दी गयी है. गृह मंत्रालय के निर्णय के बादबिहार सरकार ने पटना सेंट्रल रेंज के डीआइजी शालीन को विरमित कर दिया है. अब वो अगलेपांच वर्षों तक एनएसजी (नेशनल सिक्यूरिटी गार्ड) में डीआइजी की जिम्मेवारी संभालेंगे. शालिन मई के पहले सप्ताह में दिल्ली में एनएसजी में अपना पदभार ग्रहण करेंगे.

गौरतलब है कि 2001 बैच के बिहार कैडर के आइपीएस अफसर शालीन वर्ष 2008 से 2014 तक प्रधानमंत्री के सुरक्षा दस्ता एसपीजी में रह चुके हैं. इस दौरान वे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंहऔर पीएम नरेंद्र मोदी के आंतरिक सुरक्षा घेरे के इंचार्ज थे. उन्हें एसपीजी के तेजतर्रार अधिकारियों में गिना जाता था. एसपीजी से वापस बिहार आने के बाद पहले उन्हें गया के डीआइजी फिर पटना के सेंट्रल रेंज की जिम्मेवारी मिली थी.

पटना की ट्रैफिक अभियान को दुरुस्त करने वाले अधिकारी के रूपभी शालिन की पहचान होती है. राजधानी के ट्रैफिक व्यवस्था की कमान संभालतेहुए उन्होंने सड़कों पर पुलिसिया घेराबंदी कर लहरिया बाइकर्स को खदेड़ने के साथ ही बिना हेलमेट बाइक ड्राइविंग पर रोक लगायी थी. बतौर पटना रेंज डीआइजी शालिन ने पटना समेत आसपास के इलाकों में बिल्डिंग निर्माण से जुड़े माफियाओं के खिलाफभी शालिन ने शिकंजा कसा.इस दौरान कईयों पर कार्रवाई भी की गयी.

पटना में इसी साल के फरवरी महीने सेंट्रल रेंज के डीआइजी शालीन ने माफियाओं को पैसे लेकर छोड़ने के मामले में पूरे थाने को आरोपी मानते हुए सभी पुलिसकर्मियों को एक साथ लाईन हाजिर कर दिया था. वहीं मकर संक्रांति के दिन पटना में हुए नाव हादसेकीजांचकाजिम्मा भी शालिन कोमिलाथा. इस हादसेमें करीब दो दर्जन लोगों की मौत हो गयी थी.जांचरिपोर्ट सरकार को सौंपेजाने के बाद कई अधिकारियों पर कार्रवाई की गयी थी.

Next Article

Exit mobile version