BSSC पेपर लीक मामला : नौकरी के लिए सिफारिश करने वाले होंगे बेनकाब, सुधीर के राज खोलेगा मोबाइल

पटना : बीएसएससी पेपर लीक मामले में गिरफ्तारी के बाद आइएएस सुधीर कुमार एसआइटी के सामने खामोश हो गये थे. तमाम सवाल हुए, लेकिन जवाब एक भी नहीं मिला. पटना में डीएम रह चुके सुधीर कुमार जब एसआइटी के शिकंजे में आये तो पूछताछ करने वाली टीम भी सकते में थी. सूत्रों कि मानें, तो […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 19, 2017 2:55 AM
पटना : बीएसएससी पेपर लीक मामले में गिरफ्तारी के बाद आइएएस सुधीर कुमार एसआइटी के सामने खामोश हो गये थे. तमाम सवाल हुए, लेकिन जवाब एक भी नहीं मिला. पटना में डीएम रह चुके सुधीर कुमार जब एसआइटी के शिकंजे में आये तो पूछताछ करने वाली टीम भी सकते में थी. सूत्रों कि मानें, तो उन्होंने जुबान तो नहीं खोला, लेकिन उनकी चुप्पी के कई मायने निकाले गये.

यह समझा गया था कि सुधीर कुमार अगर जुबान खोले तो कई राज सामने आ जाते. सफेदपोश, ब्यूरोक्रेट से जुड़े लोग बेनकाब हो जाते, जो बीएसएससी परीक्षा में लाभ लेने के लिए दबाव बनाये थे. लेकिन सुधीर कुमार ने चुप्पी नहीं तोड़ी. फिर से पुलिस से सामना न हो इसके लिए उन्होंने दो दिन पहले कोर्ट में आवेदन भी दे दिया है कि एसआइटी को अब रिमांड की इजाजत नहीं दी जाए.


साफ है कि सुधीर कुमार कुछ छुपा रहे हैं जिसका खुलासा होने पर बिहार में सियासत के गलियारे तक भूचाल आ जायेगा. फिलहाल सुधीर कुमार से अब तक राज उगलवाने में असफल रही एसआइटी अब उनके मोबाइल फोन को हथियार बना रही है. यह तुरूप का पत्ता साबित हो सकता है. एसआइटी की माने तो अगले सप्ताह एफएसएल रिपोर्ट आ जायेगी. इसमें पूरा डिटेल सामने आ जायेगा. जो मैसेज डिलिट कर दिये गये होंगे वह भी पूरी डिटेल के साथ एसआइटी को मिल जायेंगे. इसके बूते एसआइटी बड़ा खुलासा कर सकती है. एक बार फिर कुछ विधायक, सांसद, मंत्री और अधिकारियों के नाम सामने आ सकते हैं.
इन आरोपाें को साबित करेगी एसआइटी
सुधीर कुमार पर पेपर लीक कराने का आरोप है. इसकी जानकारी एसआइटी को तब हुई जब कोचिंग संचालक रामेश्वर के मोबाइल फोन की जांच हुई है. मोबाइल के वाट्सएप पर वायरल पेपर मिला जो परीक्षा से एक सप्ताह पहले का था. जब पुलिस ने इसकी जांच की तो पता चला कि आशीष ने रामेश्वर को पेपर भेजा था. जब आशीष की गिरफ्तारी हुई तो यह खुलासा हुआ कि वह सुधीर कुमार का भांजा है. उसने बताया कि उसे नाना ने हजारीबाग में पेपर दिया था.
एसआइटी ने अाशीष का टावर लोकेशन निकाला, तो जिस दिन उसके मोबाइल फोन में बीएसएससी का पेपर आया था उस दिन का टावर लोकेशन हजारीबाग का निकला. अागे जब सुधीर कुमार के भाई की पत्नी मंजू से जब पूछताछ हुई, तो उन्होंने पूरी बात कबूल की. इसके अलावा अन्य आरोप हैं जिनको प्रमाणित करने के लिए एफएसएल के जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.

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