पटना : गंगा दियारे में अब भी फंसे हुए हैं 22 टेंटकर्मी, कर रहे हैं इंतजार

पटना : गंगा दियारा में पतंग उत्सव के लिए टेंट लगानेवाले कर्मचारियों का बुरा हाल है. 22 कर्मचारी दियारा में अब भी फंसे हुए हैं. वह अपने सामानों की रखवाली कर रहे हैं. लेकिन, उनका हाल जाननेवाला कोई नहीं है. उनको खाना-पानी तक नसीब नहीं हो रहा है. अधिकारियों से उनकी बात नहीं हो पा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 17, 2017 7:24 AM
पटना : गंगा दियारा में पतंग उत्सव के लिए टेंट लगानेवाले कर्मचारियों का बुरा हाल है. 22 कर्मचारी दियारा में अब भी फंसे हुए हैं. वह अपने सामानों की रखवाली कर रहे हैं. लेकिन, उनका हाल जाननेवाला कोई नहीं है. उनको खाना-पानी तक नसीब नहीं हो रहा है. अधिकारियों से उनकी बात नहीं हो पा रही है और अधिकारी उनकी खोज खबर नहीं ले रहे हैं.
ऐसे में टेंट के कांट्रेक्टर की मुसीबत बढ़ गयी है. अब दियारे में फंसे कर्मचारियों के परिजन टेंट कांट्रेक्टर को घेर रहे हैं. लेकिन, जब यही सवाल लेकर टेंट के दो कांट्रेक्टर सोमवार को एनआइटी घाट पहुंचे, तो उन्हें जलील होना पड़ा. दिन के करीब 1.30 बज रहे थे. एनआइटी घाट पर पीरबहाेर थानेदार मौजूद थे. दोनों कांट्रेक्टरों ने अपने कर्मचारियों के बारे में परेशानी बतायी. दियारा में उनके खाने-पीने के इंतजाम के बारे में पूछा, इस पर थानेदार भड़क गये. उन्होंने दोनों को कड़ी आवाज में धमकाया. कहा-भाग जाओ नहीं, तो हवालात में डाल देंगे. कैंपस के बाहर तुरंत भाग जाओ, किसी को स्टेटमेंट दिया, तो जेल भेज देंगे.
थानेदार के इस व्यवहार से दोनों हतप्रभ रह गये. लेकिन, पुलिस की वरदी का डर इस कदर था कि दोनों वहां से निकल लिए. यहां बता दें कि यह वही थानेदार हैं, जिनकी मकर संक्रांति के दिन दियारा में ड्यूटी थी और सेल्फी लेने में मशगूल थे. दरअसल पर्यटन विभाग की तरफ से चार दिनों के लिए जो पतंग उत्सव का आयोजन किया गया था. उसके लिए टेंडर कराया गया था. वकायदा वर्क ऑर्डर निकला था. करीब 10 लोगों ने टेंडर लेने के लिए निविदा भी डाला था.

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