बिहार के 60 प्रशिक्षण संस्थानों को बनाया जा रहा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, ITI में शुरू होंगे 23 नये कोर्स

आइटीआइ को टाटा टेक्नोलॉजी के सहयोग से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाये जाने की कवायद की जा रही है. इसके तहत संस्थानों में 23 नवीन और उन्नत कोर्स शुरू किये जायेंगे. प्रथम चरण में 60 आइटीआइ को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जा रहा है

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 28, 2023 2:57 AM

पटना. बिहार के छात्र उद्योग के क्षेत्र में बेहतर तरीके से प्रशिक्षित हो इसके लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है. अब इसी कड़ी में इंडस्ट्री 4.0 के लिए राज्य के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) का आधुनिकीकरण किया जा रहा है. इसके लिए आइटीआइ को टाटा टेक्नोलॉजी के सहयोग से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाये जाने की कवायद की जा रही है. इसके तहत संस्थानों में 23 नवीन और उन्नत कोर्स शुरू किये जायेंगे. प्रथम चरण में 60 आइटीआइ को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जा रहा है, जिनमें आठ नवीन और उन्नत कोर्स शुरू किये जायेंगे.

लैटरल इंट्री से सीधे पॉलीटेक्निक में दाखिला

आइटीआइ से दो वर्षीय व्यवसाय से उत्तीर्ण विद्यार्थी बीसीइसीइबी द्वारा आयोजित लैटरल इंट्री परीक्षा पास करने के बाद पॉलीटेक्निक संस्थानों में प्रवेश पा सकते हैं. दो वर्षीय व्यवसायों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे या कर चुके प्रशिक्षणार्थियों को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित औद्योगिक प्रशिक्षण उच्च माध्यमिक स्तरीय भाषा (हिंदी व अंग्रेजी) परीक्षा और आइटीआइ में उत्तीर्ण प्रशिक्षणार्थी को 12वीं के समकक्षता विज्ञान संकाय में दी जायेगी.

शीघ्र ही शुरू होगा नामांकन

नामांकन की प्रक्रिया बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद की ओर से आइटीआइसीएटी के माध्यम से शुरू होने वाली है. इससे संबंधित जानकारी वेबसाइट https://bceceboard.bihar.gov.in/ और संबंधित जिलों के आइटीआइ से प्राप्त की जा सकती है.

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क्या है इंडस्ट्री 4.0

इंडस्ट्री 4.0 या चौथी औद्योगिक क्रांति एक सामूहिक शब्द है जिसमें कई समकालीन स्वचालन, डेटा विनिमय और विनिर्माण प्रौद्योगिकियां शामिल हैं. यह मूल्य श्रृंखला संगठन की प्रौद्योगिकियों और अवधारणाओं के लिए परिभाषित एक सामूहिक शब्द है जो साइबर भौतिक प्रणाली, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और इंटरनेट ऑफ सर्विसेज को एक साथ लाता है. उद्योग 4.0 के मॉड्यूलर रूप से संरचित स्मार्ट कारखाने के तहत, साइबर भौतिक प्रणालियां, भौतिक प्रक्रियाओं की निगरानी करती हैं, भौतिक दुनिया की एक आभासी प्रतिलिपि बनाती हैं, और विकेंद्रीकृत निर्णय लेती हैं.

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