असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्ति : 115 अंकों के आधार पर तैयार होगी रैंकिंग

पटना : प्रदेश के विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति का फाॅर्मूला लगभग तय कर लिया गया है. कुल 115 अंकों के आधार पर अभ्यर्थियों की रैंकिंग तय की जायेगी. इस पद के लिए नेट क्वालिफाइ और यूजीसी के नार्म्स के अनुरूप पीएचडी करने वाले अभ्यर्थियों की पात्रता तय की जा रही है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 12, 2020 9:12 AM
पटना : प्रदेश के विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति का फाॅर्मूला लगभग तय कर लिया गया है. कुल 115 अंकों के आधार पर अभ्यर्थियों की रैंकिंग तय की जायेगी. इस पद के लिए नेट क्वालिफाइ और यूजीसी के नार्म्स के अनुरूप पीएचडी करने वाले अभ्यर्थियों की पात्रता तय की जा रही है.
हालांकि, इस पर अभी औपचारिक मुहर लगनी बाकी है. जानकारों के मुताबिक इस पूरे मामले में अंतिम सहमति 17 फरवरी को होनेवाली बैठक में मिलने की संभावना है. सोमवार को राजभवन में हुई विशेष बैठक में असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति के लिए विचार-विमर्श किया गया. सूत्रों के मुताबिक कुल 115 अंकों में से अधिकतम 30 अंक पीएचडी के लिए तय किये गये हैं.
15 अंक इंटरव्यू के लिए होंगे. शेष 70 अंक अभ्यर्थियों की कुल शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए तय किये गये हैं. इसमें पोस्ट ग्रेजुएट, ग्रेजुएट ऑनर्स और अन्य शैक्षणिक डिग्री के अंक समाहित हैं. आधिकारिक सूत्रों के मानें तो प्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्ति में यूजीसी की गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जायेगा.
इसके लिए इस बार ऑनलाइन आवेदन लिये जायेंगे. इसकी नियुक्ति प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर राजभवन गंभीर और सख्त है. दरअसल, वर्ष 1996 और 2003 में प्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसरों की की हुई नियुक्ति में काफी गड़बड़ियां हुई थीं. इसकी वजह से सरकार पारदर्शिता के लिए स्पष्ट नियम-कायदे बना रही है. बैठक में राजभवन की तरफ से तय विशेषज्ञ, यूजीसी के प्रतिनिधि, पदाधिकारी और शिक्षा विभाग के अफसर विशेष रूप से उपस्थित थे.
नेट क्वालिफाइ और पीएचडी करने वाले अभ्यर्थी होंगे पात्र
किसके लिए कितने अंक
पीएचडी 30 अंक
इंटरव्यू 15 अंक
शैक्षणिक उपलब्धियां 70 अंक

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