स्कूल बस ने फुलवारी थाने के चौकीदार को कुचला, हंगामा

फुलवारीशरीफ : क्षेत्र के चुनौटी कुएं के पास तेज रफ्तार से जा रही स्कूल बस ने फुलवारी थाना के चौकीदार देवी पासवान को कुचल दिया. घटना स्थल पर ही उनकी मौत हो गयी. घटना सुबह करीब सात बजे की है. इसापुर निवासी चौकीदार देवी पासवान गुरुवार की सुबह ड्यूटी खत्म कर बाइक से घर जाने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 13, 2019 4:58 AM

फुलवारीशरीफ : क्षेत्र के चुनौटी कुएं के पास तेज रफ्तार से जा रही स्कूल बस ने फुलवारी थाना के चौकीदार देवी पासवान को कुचल दिया. घटना स्थल पर ही उनकी मौत हो गयी. घटना सुबह करीब सात बजे की है. इसापुर निवासी चौकीदार देवी पासवान गुरुवार की सुबह ड्यूटी खत्म कर बाइक से घर जाने के लिए निकले थे.

तभी यह हादसा हो गया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्कूली बस को ओवरटेक करने में चौकीदार की बाइक सड़क किनारे केबल वायर से लड़खड़ा कर सड़क पर गिर गयी और पीछे से आ रही बस ने उन्हें कुचल दिया.
हादसे के बाद चालक बस लेकर फरार हो गया. चौकीदार की मौत की खबर मिलते ही घर में कोहराम मच गया. रोती-बिलखती पत्नी, बेटी, बेटा व भाई घटनास्थल पर पहुंचे.
साथ ही इसापुर की सैकड़ों महिलाएं और ग्रामीणों भी उनके साथ पहुंचे और सड़क जाम करते हुए सरकारी नौकरी व मुआवजे की मांग करने लगे. घटना की जानकारी पर करीब दो घंटे बाद मौके पर डीएसपी संजय कुमार पांडेय जानीपुर बेऊर थाने की पुलिस के साथ पहुंचे और आश्वासन देकर शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया.
इसके बाद भी स्थानीय आक्रोशित लोगों ने बीएड कॉलेज की एक बस को रोककर हो-हंगामा किया, जिससे उसमें सवार छात्राओं में हड़कंप मच गया. किसी तरह फुलवारी थाना पुलिस ने बस को भीड़ के बीच से निकलवाया. पोस्टमार्टम के बाद चौकीदार के शव को थाना परिसर में पुलिसकर्मियों ने फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी. शवयात्रा में भी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों ने शव को कंधा दिया.
बस ओवरटेक करने में हादसा, लोगों ने जाम लगाया जाम
चाय पीने के लिए थाने में रोक रहे थे लोग
बस से कुचलकर चौकीदार देवी पासवान की मौत के बाद थाने में पुलिसकर्मियों ने बताया कि देवी को लोगों ने चाय पीने के लिए रोक रहे थे लेकिन वह निकल गये. अगर वह रुक जाते तो शायद उनकी जान बच जाती.
पिता की हादसे में मौत पर, अनुकंपा पर मिली थी नौकरी
16 साल पहले चौकीदार के पिता श्याम नारायण पासवान चौकीदार की मौत भी पटना में ऑटो पलटने से हो गयी थी. पिता की मौत के बाद अनुकंपा पर देवी पासवान ने थाने में कम उम्र में ही चौकीदार की ड्यूटी संभाल ली थी.
इसे संयोग कहें या नियति का खेल कि बेटे की मौत भी दुर्घटना में होने के बाद अब एक बार फिर से परिवार के सामने रोजी-रोटी की बड़ी समस्या खड़ी हो गयी. चौकीदार की मौत के बाद पत्नी व बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. बेटी कोमल बार-बार अपने पिता की लाश को झकझोरने लगती है और विलाप करती है की कब हमारा ब्याह कौन करईतई हो पापा. चौकीदार देवी पासवान एकमात्र बेटी कोमल की शादी अगले साल मार्च में करने की तैयारियों में लगे थे.

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