पटना : बादशाही पइन का 3.5 किमी क्षेत्र अतिक्रमण मुक्त

इतना ठोस था बादशाही पइन का अतिक्रमण, तोड़ने में पोकलेन के भी दांत टूट गये पटना : सोमवार को नंदलाल छपरा में बादशाही पइन पर बने आर्यावर्त अस्पताल, मेडी ग्लो हॉस्पिटल, शॉ मिल और एसआर मार्बल को तोड़ने के साथ सारी चिह्नित संरचनाओं को तोड़ने का काम पूरा हो गया. इन्हें तोड़ने के लिए पोकलेन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 19, 2019 9:38 AM
इतना ठोस था बादशाही पइन का अतिक्रमण, तोड़ने में पोकलेन के भी दांत टूट गये
पटना : सोमवार को नंदलाल छपरा में बादशाही पइन पर बने आर्यावर्त अस्पताल, मेडी ग्लो हॉस्पिटल, शॉ मिल और एसआर मार्बल को तोड़ने के साथ सारी चिह्नित संरचनाओं को तोड़ने का काम पूरा हो गया.
इन्हें तोड़ने के लिए पोकलेन मशीनें लगायी गयी थीं. दोनों सिरे से लगी दो पोकलेन मशीनें रह-रह कर आर्यावर्त अस्पताल और मेडी ग्लो हॉस्पिटल के पिछले हिस्सों पर प्रहार कर रही थीं और उनके छोटे छोटे टुकड़े टूट कर बगल में गिर रहे थे. नंदलाल छपरा में बादशाही पईन की जमीन पर अतिक्रमण कर बनाये गये इन दोनों अस्पतालों की संरचना इतनी मजबूत थी कि उनके चिह्नित हिस्सों को ढहाने में लगी एक पोकलेन मशीन के पांच में से चार दांत टूट गये.
हालांकि अतिक्रमण हटाने गयी टीम ने शाम तक पूरी चिह्नित संरचना को तोड़ कर ही दम लिया. इस पूरे अभियान का नेतृत्व डीसीएलआर सदर और सीओ सदर खुद करते रहे. अस्पताल के साथ ही बगल के एसआर मार्बल व शॉ मिल को भी ढहाया गया. मौके पर मौजूद सीओ, सदर प्रवीण कुमार पांडेय ने कहा कि 13.5 किमी लंबे बादशाही पइन का 3.5 किमी का हिस्सा पटना सदर में पड़ता है. इस हिस्से में अतिक्रमण कर 19 मकान बनाये गये थे, जिनको तोड़ना था. 15 संरचना को पिछले चार दिनों में तोड़ा जा चुका है. चार संरचनाएं बची हुई थीं.
66 फुट का बादशाही पइन सिमट कर रह गया है केवल 20 फुट
बादशाही पइन की चौड़ाई भूमि रिकॉर्ड में 66 फुट है, लेकिन नंदलाल छपरा में आर्यावर्त अस्पताल के आसपास इसकी चौड़ाई घट कर महज 20 फुट रह गयी थी और दोनों ओर अतिक्रमणकारी काबिज हो गये थे. सोमवार को चले अभियान के दौरान इसके उत्तरी सिरे की 30 फुट जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया.
मलबों से भरा बादशाही पइन
दो विशाल संरचनाओं के टूटने के कारण इतना कंक्रीट का मलबा गिरा कि बगल का बादशाही पइन भर गया. उसके भीतर से मलबों को निकालने में जेसीबी लगी हुई थीं, जिन्हें ट्रक पर लोड कर ले जाया जा रहा था. मौके पर मौजूद डीसीएलआर सदर डॉ शशिरंजन ने बताया कि अतिक्रमण के हटने के साथ ही पूरे पइन की सफाई का काम भी सिंचाई विभाग और नगर निगम द्वारा शुरू होगा.
डीसीएलआर ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा चारों अतिक्रमित संरचनाओं को चिह्नित कर तोड़ने का आदेश देने के बावजूद मालिकों द्वारा खुद तोड़ कर नहीं हटाया गया. इसके कारण उन पर एफआइआर दर्ज की जा रही है. साथ ही उन्होंने चिह्नित हिस्से में ढाई फुट की दीवार को छूटा देख उसे भी नजदीक तक तोड़ने का निर्देश दिया.
दानापुर : चौथे दिन सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच नगर में जलजमाव से निजात दिलाने को लेकर आहर व पइन का उड़ाही कार्य जेसीबी व पोकलेन से अभियान चलाया गया. पइन व आहर पर स्थायी व अस्थायी अतिक्रमण को जेसीबी व पोकलेन से ध्वस्त किया गया. जेडी गोयनका स्कूल से आरकेपूरम मोड़ तक उड़ाही अभियान चलाया गया.
तीन अन्य जगहों पर भी चला अतिक्रमण हटाओ अभियान
संपतचक में तोड़े गये 12 मकान : संपतचक के शेखपुरा मौजा में बादशाही पइन पर बने 9 स्थायी बहुमंजिला मकान को तोड़ा गया एवं 3 अस्थायी अतिक्रमण को हटाया गया. वहां सोमवार तक कुल 42 अतिक्रमण हटाये गये जिसमें 38 स्थायी बहुमंजिला इमारत और 4 अस्थायी अतिक्रमण था.
फुलवारीशरीफ में तोड़े गये 6 बहुमंजिले मकान : फुलवारीशरीफ अंचल के एतवारी में बादशाही पइन पर 6 स्थायी बहुमंजिला पक्का अतिक्रमित मकान तोड़ा गया. सोमवार तक वहां कुल 16 अतिक्रमण हटाया गया. जिसमें 8 स्थायी बहुमंजिला मकान तथा 8 अस्थायी अतिक्रमण है.
दानापुर में हटाये गये 19 अतिक्रमण : दानापुर अंचल अंतर्गत लेखा नगर में 15 स्थायी अतिक्रमण तथा 4 अस्थायी अतिक्रमण को हटाया है. वहां सोमवार तक चि्ह्नित 51 अतिक्रमण को हटाया गया, जिसमें 31 स्थायी एवं 20 अस्थायी अतिक्रमण शामिल हैं.
22 नवंबर तक चिह्नित कर लाल निशान लगाने का निर्देश
आयुक्त संजय अग्रवाल ने सोमवार को अपर समाहर्ता राजस्व को निर्देश दिया कि वे अंचलाधिकारी पटना सदर, संपतचक, फुलवारीशरीफ एवं दानापुर के साथ बैठक कर बादशाही नाला सहित शहर के प्रमुख नालों में अतिक्रमित संरचना जिससे जल प्रवाह में अवरोध उत्पन्न होता है तथा जल जमाव की स्थिति बन जाती है, ऐसे अतिक्रमण को 22 नवंबर तक चिह्नित कर लाल निशान लगा दें.

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