मृत पति को जीवित देख खुशी से छलक पड़े आंसू

दुल्हिनबाजार : रानीतालाब थाना क्षेत्र के निसरपुरा गांव में तीन माह से विधवा की जिंदगी बिता रही रूबी देवी उस समय आश्चर्यचकित हो गयी जब पति कृष्णा मांझी को जीवित देखा. पति को सलामत देख आंखों से आंसू छलक आये. मामला रानीतलाब थाना व नौबतपुर थाने से जुड़ा है. रानीतालाब थाना क्षेत्र के निसरपुरा गांव […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 17, 2019 6:05 AM

दुल्हिनबाजार : रानीतालाब थाना क्षेत्र के निसरपुरा गांव में तीन माह से विधवा की जिंदगी बिता रही रूबी देवी उस समय आश्चर्यचकित हो गयी जब पति कृष्णा मांझी को जीवित देखा. पति को सलामत देख आंखों से आंसू छलक आये. मामला रानीतलाब थाना व नौबतपुर थाने से जुड़ा है.

रानीतालाब थाना क्षेत्र के निसरपुरा गांव निवासी सीता मांझी के पुत्र कृष्णा मांझी छह माह पूर्व काम करने के लिए अपने मित्रों के साथ झारखंड गया था. जहां से वह लापता हो गया था. इसकी सूचना दोस्तों ने कृष्णा मांझी के परिजनों को घर लौटने के बाद दी थी.
गायब होने के बाद 10 अगस्त को नौबतपुर थाने के महमतपुर गांव में झूठी मॉब ब्लीचिंग के अफवाह में भीड़ का शिकार एक व्यक्ति की मौत हो चुकी थी. मृतक के बाजू पर कृष्णा मांझी लिखा था. पत्नी रूबी देवी पति का शव समझ मृत व्यक्ति का दाह संस्कार व श्राद्ध कर्म कर दिया. पुलिस ने हत्या के आरोप में 23 लोगों को पकड़कर जेल भेज दिया. इधर इसी बीच बीते गुरुवार को कृष्णा मांझी घर लौट आया.
मॉब लिचिंग में किसकी हुई थी हत्या? एसएसपी ने दिया जांच का आदेश
पटना. नौबतपुर थाने के तिसखोरा महमतपुर इलाके में 10 अगस्त को मॉब लिंचिंग में किसकी मौत हुई थी? यह सवाल इसलिए उठ खड़ा हुआ है, क्योंकि उस समय जिसकी पहचान कृष्णा मांझी के रूप की गयी थी, वह जिंदा वापस अपने घर लौट आया है. इस पूरे मामले की जांच करने का निर्देश एसएसपी गरिमा मलिक ने सिटी एसपी पश्चिमी अभिनव कुमार को दिया है. इसके साथ ही जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट भी मांगी है.
उक्त मामले में फिलहाल चार्जशीट दायर नहीं की गयी है, जिसके कारण अनुसंधान अब भी हो सकता है. इधर, शुक्रवार को पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी और कृष्णा मांझी का 164 के तहत कोर्ट में बयान कराया है. इसमें कृष्णा मांझी ने जानकारी दी है कि वह काम करने के लिए बिहार से बाहर चला गया था.

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