पटना : राहत के इंतजार में टकटकी लगाये पीड़ित

पटना : कंकड़बाग व राजेंद्र नगर सहित इसके आस पास इलाकों में भीषण जलजमाव झेल रहे लोग अपने ही घरों में कैद होकर रह गये हैं. तीन दिन बाद भी पानी में कमी नहीं होने की वजह से जरूरी घरेलू सामानों को लेकर उनकी चिंताएं बढ़ गयी हैं. पीड़ित न तो खुद घर से निकल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 1, 2019 6:41 AM
पटना : कंकड़बाग व राजेंद्र नगर सहित इसके आस पास इलाकों में भीषण जलजमाव झेल रहे लोग अपने ही घरों में कैद होकर रह गये हैं. तीन दिन बाद भी पानी में कमी नहीं होने की वजह से जरूरी घरेलू सामानों को लेकर उनकी चिंताएं बढ़ गयी हैं.
पीड़ित न तो खुद घर से निकल पा रहे हैं और न ही उन तक लोग पहुंचने में सक्षम हैं. पीड़ितों तक पहुंचने का एकमात्र सहारा एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के जवान हैं, जिनकी बोट के इंतजार में पीड़ित दिन-रात टकटकी लगाये बैठे हैं.
जमे पानी में हर छोटी आहट उनके अंदर उम्मीद जगा जा रही है. सोमवार को भी प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू को लेकर निकली एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की बोट को देख कर उनके चेहरे खिल उठे. जवानों ने इच्छुक लोगों के साथ ही बुजुर्गों व बच्चों को भी रेस्क्यू कर बाहर निकाला.
इतना ही नहीं, प्रभावितों तक दूध के पैकेट व पानी की बोतलें भी पहुंचायी गयी. अपार्टमेंटों व घरों में दूसरे व तीसरे तल्ले से निहार रहे जलजमाव पीड़ितों तक राहत पहुंचने के लिए फिलहाल एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की बोट से ही उम्मीद है. कम जलजमाव वाले क्षेत्रों में ट्रैक्टर व जेसीबी से भी राहत पहुंचायी जा रही है. गर्दन भर पानी होने के बावजूद युवा जवानों का इंतजार करते दिख रहे हैं.
चार दिनों से अंधेरे में हैं विधान परिषद के पूर्व सभापति, खाना-पीना भी मुश्किल
पटना : बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति प्रो जाबिर हुसेन भारी वर्षा के काारण हुए जलजमाव से पीड़ित हैं. कंकड़बाग के मलाही पकड़ी इलाके में अपने निजी आवास पर चार दिनों से बिना बिजली-पानी के उनकी दिनचर्या चल रही है. रविवार का पूरा दिन निचले तल्ले पर रखे किताब और पत्रिकाओं को निकालने में बीत गया. अनिसाबाद में रह रही उनकी बेटी किसी तरह खाना और पानी भिजवा रही हैं.
जिससे उनका काम चल पा रहा है. मलाही पकड़ी इलाके में जहां प्रो जाबिर हुसेन का घर है, वहां चार फीट के करीब पानी है. जिला प्रशासन ने ऐहतियाति के तौर पर इलाके की बिजली काट रखी है. इसके कारण सबसे अधिक पीने के पानी की हो रही है. प्रो हुसेन ने दूरभाष पर अपनी पीड़ा दर्ज की. उन्होंने बताया कि पानी के कारण जीना मुहाल हो गया है. अधिकारियों ने आपराधिक कार्य किया है. आम लोगों की हालत कैसी होगी.
तीन दिन बाद मिली राजीव नगर के लोगों को मदद एनडीआरएफ की एक टीम ने शुरू किया राहत कार्य
पटना : राजीव नगर व उससे सटे जयप्रकाश नगर के लोगों को तीन दिनों बाद मदद मिली है. एनडीआरएफ की एक टीम को राहत कार्य के लिए भेजा गया है. टीम के पास मात्र एक मोटरबोट है और उसके माध्यम से ही फंसे लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है. इस काम में राजीव नगर थाना की पुलिस को भी लगा दिया गया है.
एनडीआरएफ की टीम आने के बाद पुलिस सक्रिय हो गयी है. इसके पहले उनके पास भी कुछ ऐसी व्यवस्था नहीं थी, जिससे लोगों की मदद की जा सके. इलाके में प्रभावित लोगों की संख्या के मुकाबले मात्र एक मोटरबोट काफी कम है. विदित हो कि राजीव नगर व जयप्रकाश नगर इलाके में भी कई लोग अपने-अपने घरों में फंसे हुए हैं. उस इलाके में बारिश का पानी पूरी तरह भरा हुआ है.

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