सोसायटी बनायेंगे विधायक पटना में मिलेगी जमीन

सहकारिता विभाग में सोसायटी का होगा रजिस्ट्रेशन पटना : राज्य के विधायकों और विधान पार्षदों का पटना में अपनी जमीन और मकान का सपना साकार हो सकता है. विधायकों ने अपने स्तर पर को-आपरेटिव सोसायटी बनाने की ठानी है. अभी इसके लिए बायलाॅज बन रहा है. इसके बाद सहकारिता विभाग में को-आपरेटिव सोसायटी का रजिस्ट्रेशन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 1, 2019 8:06 AM
सहकारिता विभाग में सोसायटी का होगा रजिस्ट्रेशन
पटना : राज्य के विधायकों और विधान पार्षदों का पटना में अपनी जमीन और मकान का सपना साकार हो सकता है. विधायकों ने अपने स्तर पर को-आपरेटिव सोसायटी बनाने की ठानी है. अभी इसके लिए बायलाॅज बन रहा है. इसके बाद सहकारिता विभाग में को-आपरेटिव सोसायटी का रजिस्ट्रेशन कराया जायेगा.
रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पटना में जमीन की चाह रखने वाले विधायकों व विधान पार्षदों से आवेदन लिये जायेंगे. आवेदन के लिए शर्त होगी कि उनका पहले से राजधानी में अपना कोई मकान या प्लाॅट नहीं होना चाहिए. नव विधानमंडल को-आॅपरेटिव सोसायटी के नाम से विधायकों की सोसायटी होगी. हालांकि, अभी नाम को लेकर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है, पर इसकी अगुआई कर रहे अधिकतर विधायकों की यही राय बनी है.
को-आॅपरेटिव सोसायटी के निर्माण में दलीय सीमा नहीं रहेगी. किसी भी दल के मौजूदा विधायक या विधान पार्षद इसके सदस्य बन सकेंगे. कल्याणपुर के भाजपा विधायक सचींद्र प्रसाद जैसे उत्साही विधायकों ने इसमें रुची दिखायी है.
जदयू के वरिष्ठ नेता और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार इस सोसायटी के अध्यक्ष होंगे. श्रवण कुमार ने बताया कि अभी सोसायटी निर्माण की प्रक्रिया में है. फिलहाल बायलाॅज तैयार किया जा रहा है. इसके बाद रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में होगी. जो भी सदस्य होंगे, उनके लिए जमीन की तलाश की जायेगी. कोई खास जमीन चिह्नित किये जाने के सवाल पर श्रवण कुमार ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई है. अभी तो को-आॅपरेटिव सोसायटी का गठन भी नहीं हुआ है.
बात चल रही है. पहले सोसायटी तो बन जाये, फिर आगे की बात होगी. वहीं, विधायक सचींद्र प्रसाद ने कहा कि अभी सोसायटी रजिस्ट्रेशन के कागजात तैयार किये जा रहे हैं. उनका कहना था कि जिन सदस्यों का राजधानी में घर नहीं है, उनलोगों की पटना में जमीन और घर हो, इसकी पहल में खराबी क्या है. सचींद्र प्रसाद ने कहा कि पहले सोसायटी बन जाये, फिर देखा जायेगा.

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