पटना : बाढ़ में टूटी सड़कों का मामला, पानी उतरने के बाद सात दिनों में सड़कें होंगी ठीक : नंद किशोर यादव

पटना : बाढ़ में टूटी सड़कें पानी उतरने के बाद सात दिन में ठीक कर दी जायेंगी. वहीं बाढ़ पीड़ितों के आवागमन के लिए अररिया और सहरसा जिले में बेली ब्रिज बनाया जायेगा. पटना-बिहटा एलीवेटेड सड़क बनेगी. आर ब्लॉक-दीघा को गंगा पथ, जेपी सेतु और एम्स-दीघा एलीवेटेड कोरीडोर से जोड़ने की योजना है. वहीं पटना […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 17, 2019 8:03 AM
पटना : बाढ़ में टूटी सड़कें पानी उतरने के बाद सात दिन में ठीक कर दी जायेंगी. वहीं बाढ़ पीड़ितों के आवागमन के लिए अररिया और सहरसा जिले में बेली ब्रिज बनाया जायेगा. पटना-बिहटा एलीवेटेड सड़क बनेगी.
आर ब्लॉक-दीघा को गंगा पथ, जेपी सेतु और एम्स-दीघा एलीवेटेड कोरीडोर से जोड़ने की योजना है. वहीं पटना घाट से पटना साहेब स्टेशन तक चार लेन की सड़क बनेगी. इसे गंगा पथ से जोड़ा जायेगा और इसकी कनेक्टिविटी पटना-बख्तियारपुर फोन लेन से होगी.
अब सड़क बनाते समय पेड़ नहीं काटे जायेंगे. नयी तकनीक से इन्हें उठाकर दूसरी जगह लगा दिया जायेगा. राज्य में इस समय एनएच सहित सड़कों की कुल लंबाई करीब 22 हजार 146 किमी है. यह घोषणा पथ निर्माण विभाग के मंत्री नंदकिशोर यादव ने मंगलवार को बिहार विधान परिषद में की.
वे विभाग के सालाना बजट को सदन पटल पर रखते हुए चर्चा के दौरान बोल रहे थे.नंद किशोर यादव ने कहा कि सड़कों की मेंटेनेंस के लिए आउटपुट एंड परफॉर्मेंस बेस्ड रोड असेट्स मेंटेनेंस कांट्रैक्ट (ओपीआरएमसी) को बिहार लोक शिकायत निवारण अधिनियम में शामिल किया गया है.
इससे आम आदमी भी शिकायत कर सड़कों की मरम्मती करवा सकेंगे. अब सड़क हादसों में लोगों की मदद के लिए रोड एंबुलेंस के साथ मेडिकल एंबुलेंस की भी व्यवस्था की जा रही है. इसके लिए टॉल फ्री नंबर 18003456233, व्हाट्सएप्प नं-9470001346 और इ-मेल: complainroadmaintenance@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है.
इस वर्ष 14 योजनाएं होंगी पूरी
मंत्री ने कहा कि इस वर्ष 14 योजनाओं का काम पूरा हो जायेगा. इससे आमलोगों के लिए यातायात की सुविधा में बढ़ोतरी होगी. इस वर्ष पूरा होने वाली योजनाओं में दीघा-एम्स एलीवेटेड रोड, गांधी सेतु के पश्चिमी भाग का सुपर स्ट्रक्चर, गंडक नदी पर बंगरा घाट पुल, गंडक नदी पर सत्तर घाट पुल, फतुहा-हरनौत-बाढ़ सड़क (एनएच-30ए), बीरपुर-उदाकिशुनगंज (एसएच-91), रुन्नीसैदपुर-परिहार (एसएच-87), नासरीगंज-सकड्डी (एसएच-81), डुमरी-सरमेरा सड़क (एसएच-78), कोइलवर पुल का तीन लेन, राजगीर बाइपास, गया-राजगीर-बिहारशरीफ (एनएच-82 फाेरलेन), भागलपुर बाइपास, डेहरी-अकबरपुर (एनएच 2सी 40 किमी) शामिल हैं.

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