रामविलास पासवान ने ली राज्यसभा की सदस्यता की शपथ

नयी दिल्ली : राज्यसभा के लिए पिछले सप्ताह बिहार से निर्विरोध निर्वाचित हुए केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने सोमवार को उच्च सदन की सदस्यता की शपथ ली. बीजद के समर्थन से उच्च सदन के लिए ओडिशा से चुने गये भाजपा के अश्विनी वैष्णव ने भी राज्यसभा की सदस्यता की शपथ ली. सदन की बैठक शुरू […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 1, 2019 4:24 PM

नयी दिल्ली : राज्यसभा के लिए पिछले सप्ताह बिहार से निर्विरोध निर्वाचित हुए केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने सोमवार को उच्च सदन की सदस्यता की शपथ ली. बीजद के समर्थन से उच्च सदन के लिए ओडिशा से चुने गये भाजपा के अश्विनी वैष्णव ने भी राज्यसभा की सदस्यता की शपथ ली. सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने पासवान को शपथ के लिए आमंत्रित किया.

अपने लंबे राजनीतिक करियर में दूसरी बार राज्यसभा के लिए चुने गये पासवान ने हिंदी में शपथ ली. लोक जनशक्ति पार्टी नेता पासवान शुक्रवार को निर्विरोध निर्वाचित हुए. बिहार से पासवान के मंत्रिमंडलीय सहयोगी रविशंकर प्रसाद हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में पटना साहिब संसदीय सीट से चुनाव जीते हैं. उनके राज्यसभा से इस्तीफे के बाद उच्च सदन में उपचुनाव आवश्यक हो गया था.

पासवान प्रसाद की जगह ही उच्च सदन में आए हैं. पासवान के शपथ लेने के बाद उनसे सभापति एम वेंकैया नायडू ने मुस्कुराते हुए पूछा कि वह कितनी बार संसद के लिए चुने गए हैं. इस पर हंसते हुए पासवान ने जवाब दिया ‘‘11 बार. इनमें से नौ बार लोकसभा सदस्य एवं दो बार राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुआ हूं.” तब नायडू ने सदन में मौजूद राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से पूछा ‘‘और शरद पवार जी?” पवार ने तत्काल जवाब दिया ‘‘मैं 14 बार संसद के लिए चुना गया हूं.”

नायडू ने कहा कि सदन में इतने अनुभवी सांसदों का होना अच्छी बात है. पासवान ने सभापति को आज उनके जन्मदिन पर बधाई भी दी. अन्य सदस्यों ने भी सभापति को जन्मदिन पर बधाई दी. बीजद के समर्थन से उच्च सदन के लिए ओडिशा से चुने गए भाजपा के अश्विनी वैष्णव ने भी राज्यसभा की सदस्यता की शपथ ली. उन्होंने ओड़िया में शपथ ली.

इस बार पासवान ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था. हाजीपुर लोकसभा सीट से कई बार जीत दर्ज कर चुके पासवान की जगह इस बार, यह संसदीय सीट उनके छोटे भाई एवं लोजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने जीती है. 1960 के दशक में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के विधायक के तौर पर राजनीतिक सफर शुरू करने वाले पासवान 2010 में अपनी हाजीपुर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव हारने के बाद तत्कालीन सहयोगी राजद के समर्थन से राज्यसभा के लिए चुने गये थे. पासवान ने अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले, 2014 में राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था और राजग प्रत्याशी के तौर पर उन्होंने हाजीपुर संसदीय सीट से चुनाव जीता था.

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