पटना/बिक्रम : 10 हजार रंगदारी नहीं देने पर किराना दुकानदार की गोली मार कर हत्या

बाप जी गैंग के अपराधियों ने बिक्रम में दिया घटना को अंजाम पटना /बिक्रम : बिक्रम थाने के ब्लॉक रोड में बुधवार की सुबह आठ बजे मात्र दस हजार रंगदारी के लिए बाप जी गैंग के अपराधियों ने सरेआम किराना दुकानदार संतोष कुमार (36) की गोली मार कर हत्या कर दी. घटना को अंजाम देने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 13, 2019 8:20 AM
बाप जी गैंग के अपराधियों ने बिक्रम में दिया घटना को अंजाम
पटना /बिक्रम : बिक्रम थाने के ब्लॉक रोड में बुधवार की सुबह आठ बजे मात्र दस हजार रंगदारी के लिए बाप जी गैंग के अपराधियों ने सरेआम किराना दुकानदार संतोष कुमार (36) की गोली मार कर हत्या कर दी.
घटना को अंजाम देने के बाद बाइक सवार अपराधी पिस्तौल लहराते हुए फरार हो गये. हालांकि पटना पुलिस की टीम ने ताबड़तोड़ छापेमारी की और चार घंटे के अंदर रानी तालाब के जनपाड़ा गांव इलाके से बापजी गैंग के मुख्य सदस्य गोलू समेत दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया.
इनके पास से घटना में प्रयुक्त तीन पिस्तौल व कारतूस भी बरामद किया गया है. इधर, घटना के बाद स्थानीय दुकानदारों में काफी आक्रोश था. संतोष की मौत से गुस्साये दुकानदार सुबह नौ बजे ही अपराधियों की गिरफ्तारी व 20 लाख रुपया मुआवजा देने की मांग को लेकर शहीद चौक पर धरना पर बैठ गये. इसके साथ ही लोगों द्वारा वरीय पुलिस अधिकारियों को बुलाने की भी मांग कर रहे थे.
इसी बीच सांसद रामकृपाल यादव, स्थानीय विधायक सिद्धार्थ सिंह, पूर्व विधायक रामजन्म शर्मा, पूर्व विधायक अनिल कुमार सहित अन्य लोग भी धरने में शामिल हुये और एसपी से बात की. इसके बाद शाम छह बजे सिटी एसपी पश्चिमी अभिनव कुमार पहुंचे और अपराधियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया.
सिटी एसपी ने व्यवसायियों की मांग को सुना और दुकानदारों के दस सूत्री मांग पत्र लेकर उनसे धरना समाप्त करने का आग्रह किया. वहीं, मृतक के भाई चंदन कुमार ने गोलू कुमार सहित तीन को नामजद करते हुए छह अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. मृतक के दो बच्चे सलोनी (14) एवं सुशांक (9) हैं. उसके परिजनों का रो-रो कर हाल खराब है.
दुकान पर बैठे थे संतोष तभी अपराधियों ने मार दी गोली
बुधवार को प्रतिदिन की तरह दुकानदार संतोष कुमार अपने दुकान पर थे. इसी बीच दो बाइक पर सवार चार अपराधी पहुंचे और उसमें से एक ने सीधे संतोष पर गोली चला दी. गोली पेट के पास पंजड़े में लगी और खून से लथपथ स्थिति में संतोष दुकान के अंदर ही गिर गये.
घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी वहां से पिस्तौल लहराते हुए निकल गये. संतोष को किसी तरह स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. गोली की आवाज से बाजार में दहशत का माहौल कायम हो गया और दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानों को बंद कर दिया.
मंगलवार की शाम सात बजे मांगी थी रंगदारी
पिछले 20 दिनों से रंगदारी को लेकर बाप जी गैंग के सदस्यों ने विक्रम बाजार में आतंक बरपा रखा था. इस दौरान दुकानदारों के बीच दहशत फैलाने के लिए हवाई फायरिंग भी की थी. मंगलवार की शाम संतोष कुमार को एक अज्ञात कॉल आया था.
फोन करने वाले ने अपने आप को बापजी गैंग से संबंधित बताया और दस हजार रुपये रंगदारी मांगी. संतोष ने रंगदारी देने से इन्कार किया तो उन लोगों ने परिणाम भुगतने की चेतावनी दे डाली. उन्होंने यह बात पत्नी को बतायी. अपराधियों ने बुधवार के अहले सुबह ही उनकी हत्या कर दी.
सरगना है सरपंच
बापजी गैंग का सरगना कोई सरपंच है. इस गैंग द्वारा जब भी किसी को फोन कर रंगदारी मांगी जाती है तो यह बताया जाता है कि वह बापजी गैंग का सरपंच बोल रहा है. पुलिस को उस सरपंच की तलाश है.
इलेक्ट्रिक दुकानदार से भी मांगे थे चार लाख रुपये : दस दिन पूर्व इलेक्ट्रिक दुकानदार मनोज कुमार से बदमाशों ने धमकी भरी चिट्ठी देकर चार लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी. इस दौरान बदमाशों ने दो बार हवाई फायरिंग भी की थी. जिसकी प्राथमिकी दर्ज भी की गयी थी.

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