नर्सिंग हॉस्टल में घुसे पीजी के जूनियर डॉक्टर

पटना : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के नर्सिंग कॉलेज की छात्राएं उस समय सकते में आ गयीं, जब उन्होंने अपने ही हॉस्टल में पोस्ट ग्रेजुएट जूनियर डॉक्टरों को रहते देखा. महिला छात्रावास में पुरुष छात्रों को रहते देख छात्राएं हैरान हो गयी और उन्होंने इस बात की सूचना अस्पताल के अधीक्षक से लेकर प्रिंसिपल तक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 30, 2019 3:28 AM

पटना : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के नर्सिंग कॉलेज की छात्राएं उस समय सकते में आ गयीं, जब उन्होंने अपने ही हॉस्टल में पोस्ट ग्रेजुएट जूनियर डॉक्टरों को रहते देखा. महिला छात्रावास में पुरुष छात्रों को रहते देख छात्राएं हैरान हो गयी और उन्होंने इस बात की सूचना अस्पताल के अधीक्षक से लेकर प्रिंसिपल तक को दी.

नर्सिंग छात्रावास में पीजी के छात्रों को रहते देखते तुरंत प्रिंसिपल डॉ विजय कुमार गुप्ता ने पीजी छात्रों को बुलाया और मामले को समझा. इधर छात्राएं हॉस्टल खाली कराने के लिए कॉलेज प्रशासन पर दबाव बना रही हैं.
सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी
नर्सिंग छात्रावास में पीजी छात्रों के प्रवेश के बाद अधीक्षक डॉ चंद्रशेखर ने प्रिंसिपल डॉ विजय कुमार गुप्ता को पत्र लिखा और मामले को तुरंत निबटारा करने की बात कही. इधर, प्रिंसिपल के आदेश के बाद अधीक्षक ने नर्सिंग कॉलेज में पुलिस सुरक्षा बल बढ़ा दी है. उन्होंने पुलिस प्रशासन ने जवानों की तैनाती को लेकर पत्र लिखा. पत्र लिखने के बाद हॉस्टल परिसर में जवानों की तैनाती कर दी गयी है.
क्या कहते हैं प्रिंसिपल
पीजी छात्रों को मैंने अपने चेंबर में बुलाया था. मंगलवार को एक छात्र ने नोड्यूज कर कमरा भी करा दिया गया. जल्द- से- जल्द सीनियर छात्रों को कमरा खाली करने को कहा गया है. छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस जवानों की तैनाती के लिए हमने अधीक्षक को आदेश जारी कर दिया है. उम्मीद है कि एक सप्ताह के अंदर पीजी छात्रों के छात्रावास की समस्या खत्म हो जायेगी और उनको रहने में कोई दिक्कत नहीं होगी.
डॉ विजय कुमार गुप्ता, प्रिंसिपल एनएमसीएच.
क्या है मामला
एनएमसीएच में हर साल 70 छात्रों का पोस्ट ग्रेजुएट में पढ़ाई के लिए दाखिला किया जाता है. इसी के तहत एक सप्ताह पहले सभी पीजी जूनियर डॉक्टरों का चयन कर लिया गया. छात्रों का क्लास भी शुरू हो गया, लेकिन जब छात्र रहने के लिए अपने पीजी हॉस्टल गये तो वहां सीनियरों ने कमरा खाली नहीं किया था.
नतीजा पीजी छात्र इस मामले की शिकायत कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ विजय कुमार गुप्ता से की. गुप्ता ने मामले को अधिकारियों से समझा और जल्द- से- जल्द के अंदर नो ड्यूज देने के बाद सीनियर छात्रों को हॉस्टल खाली करने का आदेश जारी किया. फिलहाल छात्र नर्सिंग कॉलेज के खाली कमरे में ही अपना ठिकाना बनाएं हुए हैं.

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