नहीं चलेगा कोई बहाना, दवाओं का डिस्पले बोर्ड है लगाना

पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सेंट्रल इमरजेंसी में दवाओं की कमी से संबंधित रिपोर्ट मंगलवार के अंक में प्रकाशित होने के उपरांत अस्पताल में हड़कंम मच गया. दवाओं के उपलब्धता की जांच करने के लिए बीएमसीआइएल के सीजीएम रजनीकांत भी पहुंचे. इस दौरान सीजीएम ने कॉलेज के प्राचार्य डॉ विजय कुमार गुप्ता […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 22, 2019 4:20 AM

पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सेंट्रल इमरजेंसी में दवाओं की कमी से संबंधित रिपोर्ट मंगलवार के अंक में प्रकाशित होने के उपरांत अस्पताल में हड़कंम मच गया. दवाओं के उपलब्धता की जांच करने के लिए बीएमसीआइएल के सीजीएम रजनीकांत भी पहुंचे. इस दौरान सीजीएम ने कॉलेज के प्राचार्य डॉ विजय कुमार गुप्ता व अस्पताल अधीक्षक डॉ चंद्रशेखर, उपाधीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण से दवाओं के उपलब्धता की जानकारी ली.

इसके बाद प्राचार्या ने इमरजेंसी के रजिस्ट्रार डॉ अरविंद कुमार के साथ दवाओं की उपलब्धता पर चर्चा की. प्राचार्य ने बैठक के दरम्यान अस्पताल के प्रबंधक डॉ धर्मेंद्र कुमार को डिसप्ले बोर्ड लगाने व कर्मियों की तैनाती करने का निर्देश दिया. जो इमरजेंसी व आउटडोर में उपलब्ध दवाओं की सूची डिसप्ले बोर्ड पर अंकित करेंगे.
बैठक के उपरांत प्राचार्य व अधीक्षक ने बताया कि 56 तरह की दवाएं इमरजेंसी में उपलब्ध है. वहीं बड़े आकार वाले ग्लब्स की उपलब्धता करायी गयी है. अधीक्षक डॉ चंद्रशेखर व उपाधीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण ने बताया कि अस्पताल में 117 दवाएं स्टोर में उपलब्ध हैं, जो आउटडोर व इंडोर के मरीजों को दी जाती है. इमरजेंसी में 56 तरह की दवाएं हैं.
इतना ही नहीं 150 दवाओं की आपूर्ति के लिए कॉरपोरेशन को लिखा गया है. इसी प्रकार से 200 दवाओं की खरीदारी के लिए टेंडर प्रक्रिया अपनायी गयी है. प्राचार्य ने बताया कि डिसप्ले बोर्ड लग जाने की स्थिति में पब्लिक व डॉक्टर को दवा की उपलब्ध होने की जानकारी मिलेगी, सिस्टर इंचार्ज के साथ भी बैठक कर दवाओं को स्टोर से मंगाने का कार्य कराया गया.
बैठक के दौरान यह बात भी प्रकाश में आयी कि सिस्टर इंचार्ज रात्रि पाली में आवश्यक दवा, इंट्राकैथ व ग्लब्स कम संख्या में अधीनस्थ को उपलब्ध करा कर जाती है. जिससे भी मरीजों को दिक्कत होती है. प्राचार्य ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. बताते चलें कि मंगलवार को प्रभात खबर ने इसे प्रमुखता से प्रकाशित किया था.

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