स्वास्थ्य के लिए चुनौतीपूर्ण है यह मौसम, 24 घंटे में सात डिग्री सेल्सियस गिरा पटना का तापमान

48 घंटे में 11 डिग्री गिर चुका है पटना का तापमान, चैत में ठंड का अनुभव पटना : पटना की आबोहवा पर जबरदस्त साइक्लोनिक असर पड़ा है. पिछले 24 घंटे के अधिकतम तापमान में 7 डिग्री और 48 घंटे में 11 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज हुई है. कुल मिलाकर दिन का तापमान सामान्य से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 18, 2019 7:11 AM
48 घंटे में 11 डिग्री गिर चुका है पटना का तापमान, चैत में ठंड का अनुभव
पटना : पटना की आबोहवा पर जबरदस्त साइक्लोनिक असर पड़ा है. पिछले 24 घंटे के अधिकतम तापमान में 7 डिग्री और 48 घंटे में 11 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज हुई है. कुल मिलाकर दिन का तापमान सामान्य से सात डिग्री नीचे रहा है. ऐसी स्थिति एक दशक बाद बनी है.
हालांकि, न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक 24 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा. 18 अप्रैल से स्थिति में आंशिक सुधार संभव है. पश्चिमी विक्षोभ के असर के चलते 10-11 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही ठंडी हवा से शहर और उसके आसपास ठंडक पसर गयी. चैत में ठंडी हवा से आबोहवा एकदम बदल-सी गयी.
पटना में अब तक हुई 25 एमएम प्री-मॉनसून बारिश
शहर में बुधवार को अलग-अलग समय पर बूंदाबांदी रिकॉर्ड की गयी है. पटना में अब तक 25 एमएम प्री-मॉनसून बारिश हो चुकी है. यह एक रिकॉर्ड है. इससे पहले एक मार्च से 15 अप्रैल तक प्री-मॉनसून में 12 एमएम से कम ही बारिश होती थी.
किसानों के लिए संकट
तापमान गिर जाने और बादल छाये रहने से किसानों की जान हलक में अटकी हुई है. विभागीय आंकड़े बताते हैं कि अब भी गेहूं की 60% फसल खेतों में ही पड़ी है. हालांकि, राहत की बात है कि पटना जिले में अभी प्रभावशाली बारिश नहीं हुई है.
स्वास्थ्य के लिए चुनौतीपूर्ण है यह मौसम
महज 48 घंटे में 11 डिग्री तापमान के गिरने से बच्चों और बुजुुर्गों को खास तौर पर दिक्कत महसूस होगी. जानकारों का कहना है कि मौसम में अचानक बदलाव से रक्तचाप, सांस, सिरदर्द और हृदय से जुड़ी बीमारियां जोर पकड़ लेती हैं.

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