फुलवारीशरीफ : मुआवजा नहीं मिलने पर थाने में महिलाओं ने किया हंगामा

फुलवारीशरीफ : ताजनगर के बख्खो टोली की दो दर्जन से अधिक महिलाएं सोमवार को लाठी-डंडे से लैस होकर थाने पहुंची और जमकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. महिलाएं इतनी उग्र थीं कि ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों से गाली-गलौज करते हुए थाने में रखे बेंच और टेबुल पर भड़ास निकाली. हंगामा होने के दौरान किसी महिला […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 19, 2019 9:46 AM
फुलवारीशरीफ : ताजनगर के बख्खो टोली की दो दर्जन से अधिक महिलाएं सोमवार को लाठी-डंडे से लैस होकर थाने पहुंची और जमकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. महिलाएं इतनी उग्र थीं कि ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों से गाली-गलौज करते हुए थाने में रखे बेंच और टेबुल पर भड़ास निकाली. हंगामा होने के दौरान किसी महिला ने एक-दो पत्थर भी पुलिस पर फेंक दिया. महिलाओं ने पुलिस पर आरोप लगाया कि डीएसपी संजय कुमार पांडेय ने मृतक अब्बास के परिजनों को आश्वासन दिया था कि चार लाख रुपये का मुआवजा दिलाया जायेगा.
अब तक परिजनों को मुआवजा नहीं मिला है. महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया कि ट्रैक्टर के चालक को कोर्ट से इतनी जल्दी बेल कैसे मिल गयी. महिलाओं का हंगामा देख पुलिस स्तब्ध रह गयी. पुलिस उग्र महिलाओं को किसी तरह समझाने में सफल रही. थानेदार मो कैसर आलम ने पत्थर मारने से साफ इन्कार किया है. वहीं डीएसपी ने बताया कि मृतक के परिजन को चार लाख रुपये जरूर मिलेंगे, पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद.
क्या है मामला
14 मार्च को फुलवारीशरीफ के ताजनगर के बख्खो टोली में मिट्टी लोडेड ट्रैक्टर ने दुकान से बिस्कुट दिला कर लौट रहे पिता मो सेराज उर्फ मिथुन और उसके चार वर्षीय बेटे मो अब्बास को कुचल दिया था. हादसे में बेटे की मौत हो गयी थी, जबकि पिता मामूली तौर पर घायल हो गये थे. घटना के बाद स्थानीय लोग उग्र हो गये कि चालक इंदल मांझी और ठेकेदार मो इसराफील को लोगों ने पकड़ कर पिटाई कर दी और बंधक बना लिया था. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद चालक और ठेकेदार को मुक्त कराया गया था.

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