सूबे के सरकारी अस्पतालों में शनिवार तक ठप रहेगी ओपीडी सेवा

पटना : भोजपुर के जिलाधिकारी संजीव कुमार पर त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए डॉक्टरों ने हड़ताल की तारीख दो दिन और अधिक बढ़ा दी है. बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ व इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की संयुक्त बैठक में यह निर्णय किया गया है. डॉक्टर अपना कार्य बहिष्कार आगामी 24 नवंबर तक रखेंगे. इसमें निजी अस्पताल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 23, 2018 11:55 AM

पटना : भोजपुर के जिलाधिकारी संजीव कुमार पर त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए डॉक्टरों ने हड़ताल की तारीख दो दिन और अधिक बढ़ा दी है. बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ व इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की संयुक्त बैठक में यह निर्णय किया गया है. डॉक्टर अपना कार्य बहिष्कार आगामी 24 नवंबर तक रखेंगे. इसमें निजी अस्पताल भी शामिल हैं. हड़ताल के दौरान ओपीडी सेवा बाधित रहेगी, इमरजेंसी में मरीजों का इलाज जारी रहेगा. हालांकि, इससे पहले भासा ने 22 नवंबर को हड़ताल समाप्त करने का निर्णय लिया था.

इधर, हड़ताल के डॉक्टर डॉक्टर डीएम को दूसरे जिले में ट्रांसफर की मांग कर रहे हैं. जानकारी देते हुए आइएमए के वरीय उपाध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने बताया कि हड़ताल का असर ग्रामीण ऐरिया में संचालित अस्पतालों में अधिक देखने को मिला. प्रदेश के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व जिला अस्पतालों में डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार किया. नतीजा काफी संख्या में मरीजों को लौटना पड़ गया. सबसे अधिक परेशानी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में देखने को मिली. डॉक्टरों की मांग को देखते हुए 24 नवंबर तक हड़ताल की तारीख बढ़ा दी गयी है. डॉ अजय ने कहा कि भोजपुर के जिलाधिकारी के विरुद्ध जब तक आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई और मेडिकल बोर्ड का गठन कर जिलाधिकारी भोजपुर के मानसिक स्थिति की जांच नहीं करायी जाती तब तक डॉक्टर विरोध करते रहेंगे.

इधर, भासा ने दो दिसंबर कोबैठक बुलायी है. साथ ही दो दिसंबर को ही आईएमए की रैली पटना में निकालने का निर्णय किया गया है. इसमें प्रदेश भर से सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों के पटना पहुंचने की बात कही गयी है. इधर, सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवा बाधित होने से मरीजों की संख्या काफी कम हो गयी है.

Next Article

Exit mobile version