पटना : विद्यालय नेतृत्व व प्रबंधन के गुर सीखेंगे हेडमास्टर

हिंदी में तैयार किया कार्यक्रम 10 सितंबर से चार चरणों में शुरू हुआ रजिस्ट्रेशन पटना : राज्य के सभी प्रारंभिक, माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के प्रधान/प्रधानाध्यापक विद्यालय नेतृत्व व प्रबंधन के गुर सीखेंगे. इसके लिए नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर नेशनल प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन (एनआईईपीए) के नेशनल सेंटर फॉर स्कूल लीडरशिप (एनसीएसएल) ने ऑनलाइन कार्यक्रम तैयार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 14, 2018 5:09 AM
हिंदी में तैयार किया कार्यक्रम
10 सितंबर से चार चरणों में शुरू हुआ रजिस्ट्रेशन
पटना : राज्य के सभी प्रारंभिक, माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के प्रधान/प्रधानाध्यापक विद्यालय नेतृत्व व प्रबंधन के गुर सीखेंगे. इसके लिए नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर नेशनल प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन (एनआईईपीए) के नेशनल सेंटर फॉर स्कूल लीडरशिप (एनसीएसएल) ने ऑनलाइन कार्यक्रम तैयार किया है. बताया गया है कि हिंदी राज्यों के लिए हिंदी भाषा में यह कार्यक्रम तैयार किया गया है.
ढाई महीने का यह कोर्स ऑनलाइन उपलब्ध होगा. इसके राज्य व जिला स्तर से सभी विद्यालयों के प्रधान/प्रधानाध्यापकों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने का निर्देश दिया गया है. ऑनलाइन कोर्स नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ एजुकेशनल प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन (न्यूपा) की आधिकारिक वेबसाइट http://pslm.nuepa.org पर होगी.
चार चरणों में रजिस्ट्रेशन : इस कोर्स के लिए चार चरणों में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया संपन्न होगी. विभागीय पत्र के अनुसार प्रथम चरण में 10 से 25 सितंबर तक रजिस्ट्रेशन कराया जा सकेगा. दूसरे चरण में 26 सितंबर से 10 अक्तूबर तक रजिस्ट्रेशन होगा. वहीं, तीसरे चरण की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 11 से 25 अक्तूबर तथा चतुर्थ चरण 26 अक्तूबर से 10 नवंबर तक संपन्न होगी.
मोबाइल पर भी उपलब्ध होगा कार्यक्रम : एनसीएसएल की ओर से संचालित यह ऑनलाइन कार्यक्रम यथासंभव सुलभ कराने के उद्देश्य से हिंदी में तैयार किया गया है. इसके अलावा कंप्यूटर डेस्कटॉप व मोबाइल पर भी उपलब्ध होगा. स्मार्ट फोन के माध्यम से इसका लाभ ले सकते हैं.
क्या सीख सकते हैं
– विद्यालयों में परिवर्तन के लिए बाहरी व आंतरिक प्रेरकों की पहचान करना
– परिवर्तन को क्रियान्वित करने में उत्पन्न होने वाली चुनौतियों को पहचानना
– विद्यालय में नियोजन व परिवर्तन का नेतृत्व करने को आवश्यक कदम उठाना
– शैक्षणिक नेतृत्व की पहचान
– किसी परिवर्तन परियोजना के माध्यम से अन्य लोगों को प्रेरित व प्रोत्साहित करते हुए नेतृत्व करना
क्या है उद्देश्य : इस कार्यक्रम का उद्देश्य नये अवसरों का सर्वाधिक लाभ लेने के लिए विद्यालय प्रमुखों में अधिक कौशल विकसित करना है.

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