बिहार : पूर्व SSP के तीनों ठिकानों पर तीसरे दिन भी छापेमारी जारी, शराब माफियाओं से साठगांठ के मिले दस्तावेज

पटना : आय से अधिक संपत्ति मामले में बिहार में मुजफ्फरपुर के पूर्व एसएसपी विवेक कुमार के तीनों ठिकानों पर तीसरे दिन भी छापेमारी और सर्च जारी रही. इस दौरान इनके मुजफ्फरपुर स्थित एसएसपी आवास से एक डायरी समेत कुछ अन्य कागजात मिले हैं, जिनमें शराब माफियाओं के साथ साठगांठ की बात उजागर होती है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 18, 2018 10:14 PM

पटना : आय से अधिक संपत्ति मामले में बिहार में मुजफ्फरपुर के पूर्व एसएसपी विवेक कुमार के तीनों ठिकानों पर तीसरे दिन भी छापेमारी और सर्च जारी रही. इस दौरान इनके मुजफ्फरपुर स्थित एसएसपी आवास से एक डायरी समेत कुछ अन्य कागजात मिले हैं, जिनमें शराब माफियाओं के साथ साठगांठ की बात उजागर होती है. साथ ही इसमें कुछ ऐसे संवेदनशील कागजात भी मिले हैं, जिसके जरिये इनके माफियाओं के साथ लेन-देन की बात भी साबित होती है. फिलहाल इन तमाम कागजातों की जांच गहनता से चल रही है. परंतु इस मामले की जांच कर रही एसवीयू (विशेष निगरानी इकाई) की विशेष टीम इस संबंध में कुछ भी बोलने से परहेज कर रही है.

वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इन दस्तावेजों के हकीकत की जांच चल रही है. डायरी में कुछ माफियाओं के साथ लेनदेन का हिसाब लिखा पाया गया है. साथ ही कुछ लोगों के नंबर भी लिखे मिले हैं. इनमें कई नंबर दूसरे राज्यों के हैं. शराब माफियाओं के साथ साठगांठ के पुख्ता सबूत मिलने के बाद उनकी कभी भी गिरफ्तारी भी हो सकती है. क्योंकि राज्य में लागू पूर्ण शराबबंदी कानून के प्रावधान के अनुसार, शराब तस्करी में शामिल किसी स्तर के लोग को गिरफ्तार करना है.

मुजफ्फरनगर में मिले छह बैंक लॉकर, दो ही खुले
एसएसपी के मुजफ्फरनगर स्थित ससुराल से छह लॉकर समेत अनेक स्थानों पर निवेश से जुड़े कई कागजात बरामद हुए हैं. फिलहाल सभी कागजातों की जांच चल रही है. इसके बाद ही इनका मूल्यांकन किया जा सकेगा. छह लॉकरों में दो को खोल लिया गया है. जबकि चार अन्य को आने वाले दिनों में खोला जायेगा. इसके अलावा यूपी के ही सहारनपुर स्थित पैतृक आवास में एलआइसी की आठ पॉलिसी मिली है. इनका मूल्य भी लाखों में है.

देसी कारबाइन की नहीं मिली कोई जब्ती सूची
मुजफ्फरपुर स्थित उनके कार्यालय की गोपनीय शाखा में तलाशी के दौरान जो देसी कारबाइन मिली थी, उसकी कोई जब्ती सूची नहीं मिली है. इससे यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि इस अवैध हथियार को लाया कहा से गया था और इसे कौन लेकर यहां लाया था. एसएसपी की गोपनीय शाखा की अलमारी में इस तरह से अवैध हथियार के रखने का क्या औचित्य है. अगर एसएसपी की जानकारी में ऐसा हुआ है, तो यह पूरी तरह से गैर-कानूनी है. अगर एसएसपी ने इसे किसी से जब्त किया है, तो इसकी जब्ती सूची समेत अन्य कागजात क्यों नहीं तैयार किये गये. अगर वह इसे स्वयं के लिए रखे हुए थे, तो उनके खिलाफ इस मामले में भी कार्रवाई हो सकती है. फिलहाल पूरे मामले की जांच गहराई से चल रही है.

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