बिहार : खर्च हुए करोड़ों लेकिन पक्षी अभयारण्य में नहीं आते पर्यटक

अनदेखी : दरभंगा जिले में पर्यटन स्थल बनाने के लिए सरकार ने कुशेश्वरस्थान का किया था चयन पटना : सरकार ने प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दरभंगा जिले में पक्षी अभयारण्य बनाने के लिए कुशेश्वरस्थान का चयन किया. इसके विकास के नाम पर वाच टावर बना व अन्य सुविधाएं विकसित करने पर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 13, 2017 6:01 AM
अनदेखी : दरभंगा जिले में पर्यटन स्थल बनाने के लिए सरकार ने कुशेश्वरस्थान का किया था चयन
पटना : सरकार ने प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दरभंगा जिले में पक्षी अभयारण्य बनाने के लिए कुशेश्वरस्थान का चयन किया. इसके विकास के नाम पर वाच टावर बना व अन्य सुविधाएं विकसित करने पर करोड़ों खर्च हुए. इसके बावजूद यह पर्यटक स्थल के रूप में विकसित नहीं हो सका. आज के समय में यह इलाका वीरान है. यहां पर्यटकों के लिए खाने-पीने से लेकर सुरक्षा सहित सभी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है.
साथ ही अब यहां आने वाले विदेशी पक्षियों की संख्या में भी कमी आयी है. वहीं प्रदेश सरकार के वन एवं पर्यावरण विभाग का दावा है कि इस अभयारण्य का संचालन अब नयी वेटलैंड नीति के तहत किया जायेगा.
कुशेश्वर स्थान पक्षी अभयारण्य का यह इलाका एक जमाने में कई नदियों का संगम स्थल था और अधिकांश समय पानी में डूबा रहता था. इसके तहत कुशेश्वर स्थान, घनश्यामपुर और बेरौल प्रखंड के करीब 7019 एकड़ इलाके को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत पक्षी अभयारण्य घोषित किया गया.
एक समय में यहां यहां करीब 1200 से ज्यादा प्रजातियों व उप प्रजातियों के पक्षी पाये जाते थे. अब स्थिति बदल गयी है. नदियों ने अपना रुख बदल लिया है, जिससे अब ताजे पानी का आना बंद हो गया है. हर तरफ सड़ांध और बदबू फैली रहती है.
क्या कहते हैं अधिकारी
वन एवं पर्यावरण विभाग के अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक-सह-मुख्य वन्यप्राणी प्रतिपालक भारत ज्योति ने कहा कि कुशेश्वरस्थान सहित प्रदेश के सभी पक्षी अभयारण्यों का संचालन अब नयी वेटलैंड नीति के अनुसार होगा. इससे पक्षियों के पालन-पोषण और संरक्षण में मदद मिलेगी. साथ ही पर्यावरण संतुलन के लिए भी काम हो सकेगा.
– स्थिति देखते हुए फिलहाल सब कुछ स्थगित: सूत्रों की मानें तो यहां पर्यटकों को लुभाने के लिए देसी स्टाइल के कॉटेज, शोध केंद्र, मनोरंजन केंद्र व कैफेटेरिया भी बनाना था. लेकिन यहां की स्थिति देखते हुए फिलहाल सब कुछ स्थगित कर दिया गया है.
– क्या है वेटलैंड: वेटलैंड यानि दलदल/आर्द्रभूमि पानी का वह जमाव है, जहां पानी का स्तर छह मीटर यह उससे कम होता है. इससे पक्षियां आकर्षित होती हैं.

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