बिहार : टीबी मरीजों को भोजन के लिए 5000, हर साल करीब 1 लाख नये मरीजों को होगा लाभ

योजना : हर साल करीब एक लाख नये मरीजों को होगा लाभ पटना : पहली बार राज्य के टीबी के मरीजों को सरकारी अस्पताल में इलाज कराने पर भोजन के लिए पांच हजार रुपये दिये जायेंगे. राष्ट्रीय यक्ष्मा नियंत्रण कार्यक्रम के तहत इसकी शुरुआत की जा रही है. गरीब मरीजों को इस राशि से अपने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 18, 2017 7:08 AM
योजना : हर साल करीब एक लाख नये मरीजों को होगा लाभ
पटना : पहली बार राज्य के टीबी के मरीजों को सरकारी अस्पताल में इलाज कराने पर भोजन के लिए पांच हजार रुपये दिये जायेंगे. राष्ट्रीय यक्ष्मा नियंत्रण कार्यक्रम के तहत इसकी शुरुआत की जा रही है. गरीब मरीजों को इस राशि से अपने पौष्टिक भोजन की व्यवस्था करने में मदद मिलेगी.
अब तक टीबी के मरीजों को मुफ्त में जांच और इलाज के लिए दवा उपलब्ध करायी जाती है. राज्य में हर साल करीब एक लाख नये मरीजों की पहचान होती है, जिन्हें अब इस राशि का लाभ मिलेगा. राज्य यक्ष्मा नियंत्रण कार्यक्रम पदाधिकारी डाॅ (मेजर) केएन सहाय ने बताया कि टीबी के मरीजों के सहयोग के लिए सरकार द्वारा यह कदम उठाया गया है. मरीजों को जो भी राशि दी जायेगी वह सीधे उनके खाते में भेजी जायेगी.
उन्होंने बताया कि टीबी के हर मरीज को इसका लाभ मिले, इसके लिए पारदर्शी व्यवस्था की गयी है. जांच के दौरान जो भी टीबी के मरीज सत्यापित होंगे उनको अपने नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर पंजीकरण कराना होगा. इसके साथ ही उनकी पहचान के लिए अपना आधार नंबर देना होगा और बैंक खाता खोलवाना होगा.
मरीज के खाते में आयेगी राशि
राज्य यक्ष्मा नियंत्रण कार्यक्रम पदाधिकारी ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ही निर्धारित प्रपत्र में आधार नंबर व बैंक खाता दर्ज किया जायेगा. इसके आधार पर सरकार द्वारा उनके खाते में भोजन की राशि का सीधे स्थानांतरण किया जायेगा. भोजन की राशि वैसे मरीजों को भी दी जायेगी जो लोग अपना इलाज निजी चिकित्सकों या अस्पतालों में करा रहे हैं.
यह व्यवस्था इसलिए की जा रही है ताकि निजी अस्पतालों में इलाज करानेवाले मरीजों का डाटा भी सरकार को उपलब्ध हो सके. निजी संस्थानों द्वारा सरकार को टीबी मरीजों की जानकारी नहीं दी जाती है. अब मरीजों की जिम्मेदारी है कि उनको भोजन की राशि का लाभ लेना है, तो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पंजीकरण कराना होगा.

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