देश के किसान कर रहे आत्महत्या पीएम विदेश दौरे में व्यस्त : संजय

पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता सह विधान पार्षद ने बयान जारी करते हुए कहा है कि देश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं और देश के प्रधानमंत्री विदेश दौरा में व्यस्त हैं. केंद्रीय मंत्री वेंकैया का बड़बोलापन ये है कि उन्होंने कर्जमाफी को फैशनेबल बताया. भाजपा के नेताओं को किसानों की बिल्कुल परवाह नहीं […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 7, 2017 8:01 AM
पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता सह विधान पार्षद ने बयान जारी करते हुए कहा है कि देश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं और देश के प्रधानमंत्री विदेश दौरा में व्यस्त हैं. केंद्रीय मंत्री वेंकैया का बड़बोलापन ये है कि उन्होंने कर्जमाफी को फैशनेबल बताया. भाजपा के नेताओं को किसानों की बिल्कुल परवाह नहीं है.
पिछले तीन सालों का आंकड़ा देखें तो 40 हजार किसान आत्महत्या कर चुके हैं, लेकिन जिस तरह से नायडू ने कर्जमाफी को फैशनेबल बताया है वह अन्नदाता का अपमान है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबकुछ छोड़ विदेश यात्रा पर निकल गये. एक बार भी देश के किसानों के बारे में नहीं सोचा की उनकी स्थिति अभी क्या है? संजय सिंह ने कहा कि बिहार भाजपा के नेताओं को भी देश के किसानों की चिंता नहीं है, उन्हें सिर्फ अपनी चिंता है. मध्यप्रदेश के मंदसौर में फायरिंग में किसानों के मारे जाने की घटना हृदयविदारक है.
फसलों के दाम मांगने के लिए लड़ रहे किसानों पर गोली चलायी गयी. किसानों का संघर्ष अपनी फसलों का वाजिब दाम देने की मांग को लेकर था, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने फसल की उचित कीमत देने के बजाय अन्नदाताओं की ही जान ले ली. हैरानी की बात यह है कि प्रधानमंत्री ने घटना के बाद इस के बारे में एक भी शब्द नहीं कहा है. इतना समय हो गया पीएम मोदी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हैं. पीएम मोदी मंदसौर तक नहीं गये. भाजपा सरकार ने हृदयहीन काम करते हुए अपनी मांगें मनाने के लिए आंदोलन कर रहे भूमिपुत्रों को गोली मारी है.
सीएम ने सभी क्षेत्रों का किया विकास : जदयू के प्रदेश प्रवक्ता डॉ सुनील कुमार सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी को समान अधिकार देने के साथ सभी क्षेत्रों का भरपूर विकास किया है. इसका नतीजा यह है कि सभी दल के लोग विकास की बात करने लगे हैं.
उन्होंने कहा कि बिहार में कानून का राज है. शिक्षा के क्षेत्र मेें साइकिल, पोशाक और छात्रवृत्ति योजना को लागू कर स्कूलों में बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी की गयी है.
वहीं केंद्र सरकार ने जो वादा किया था, उसे पूरा नहीं किया गया. मनरेगा, इंदिरा आवास आदि के कार्यक्रमों में बिहार की उपलब्धि हमेशा उल्लेखनीय रहती है.
सरकार किसानों के प्रति असंवेदनशील है. भाजपा सरकार की असंवेदनशीलता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि पहले कहा गया था कि फायरिंग नहीं हुई, लेकिन बाद में उसी सरकार के गृहमंत्री कहते हैं कि किसानों की मौत पुलिस की गोलियों से हुई है.

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