गोपालगंज के किसी सरकारी स्कूल में नहीं है ऑनलाइन कक्षा की व्यवस्था, पढ़ाई में पीछे छूट रहे लाखों बच्चे

जिले के सरकारी स्कूलों के छात्र आखिर पढ़े तो कैसे. यहां किसी भी सरकारी स्कूल में ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था नहीं है.

By Prabhat Khabar Print Desk | January 11, 2022 9:20 AM

गोपालगंज. कोरोना के तीसरे लहर को देखते हुए एक बार फिर शिक्षण संस्थानों पर लॉकडाउन का ताला लटक गया है. जारी गाइडलाइन के अनुसार ऑनलाइन पढ़ाई जारी है. लेकिन जिले के सरकारी स्कूलों के छात्र आखिर पढ़े तो कैसे. यहां किसी भी सरकारी स्कूल में ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था नहीं है.

स्कूलों में छात्र

  • प्राइमरी और मध्य विद्यालय- 1748

  • आठवीं तक पढ़ने वाले छात्रों की संख्या-372724

  • हाइस्कूल इंटर सहित- 166

  • वर्ग नौ से 12 तक पढ़ने वाले छात्रों की संख्या- 2.6 लाख

  • ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था वाले स्कूल- 00

बता दें कि वर्ष 2020 में पहली बार लॉकडाउन लगा. 10 माह तक स्कूल बंद रहा. तब सरकार की ओर से बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा देने की पहल की गयी. इस पहल के बाद निजी विद्यालयों में इस व्यवस्था को लागू कर दिया गया, लेकिन सरकारी विद्यालयों में अब तक कोई सटीक व्यवस्था नहीं हो सकी है. ऐसे में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र ऑनलाइन शिक्षा में पीछे छूट रहे हैं. खास करके वर्ग एक से आठवीं तक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह से बंद है.

व्यवस्था के अभाव में उन्नयन क्लास का लाभ नहीं

शिक्षा विभाग ने उन्नयन क्लास में घर बैठे सभी छात्रों को टीवी, यूट्यूब, एप के माध्यम से स्मार्ट क्लास लेने का निर्देश पिछले साल ही जारी कर दिया. आज भी ये व्यवस्था हैं. लेकिन गरीबी के कारण व्यवस्था के अभाव में 95 फीसदी सरकारी स्कूल के बच्चे इस व्यवस्था से भी पढ़ाई करने में सक्षम नहीं हैं.

हालांकि कक्षा एक से लेकर पांच तक पढ़ने वाले बच्चों के लिए अबतक शिक्षा विभाग ने शनिवार के टीवी कार्यक्रम को छोड़कर कोई भी नई व्यवस्था लागू नहीं किया है. अब सवाल उठता है कि आखिर सरकारी स्कूल के ये बच्चे कोरोना काल में कैसे पढ़ेंगे.

क्या कहते हैं शिक्षा पदाधिकारी

डीइओ राजकुमार शर्मा कहते हैं कि शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाएं. अब तो सभी शिक्षक के पास मोबाइल है. वे पढ़ा सकते हैं. स्कूल में विशेष रूप से इसकी व्यवस्था नहीं है.

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