बालू लदे ट्रैक्टर से थानाध्यक्ष को कुचलने का किया प्रयास

वारिसलीगंज : सरकार व प्रशासनिक स्तर पर जून तक ही घाट से बालू उठाव जारी था. इसे एक जुलाई से पूरी तरह बंद कर दिया गया. बावजूद प्रशासन के आदेश को धत्ता बताते हुए बालू माफिया द्वारा धड़ल्ले से अवैध खनन किया जा रहा है. इस तरह कहा जा सकता है कि बालू माफिया के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 17, 2019 8:57 AM

वारिसलीगंज : सरकार व प्रशासनिक स्तर पर जून तक ही घाट से बालू उठाव जारी था. इसे एक जुलाई से पूरी तरह बंद कर दिया गया. बावजूद प्रशासन के आदेश को धत्ता बताते हुए बालू माफिया द्वारा धड़ल्ले से अवैध खनन किया जा रहा है. इस तरह कहा जा सकता है कि बालू माफिया के समक्ष पुलिस प्रशासन बौना होता दिख रहे हैं.

कुछ इसी तरह का मामला प्रखंड के मंजौर गांव में मंगलवार को देखने को मिला. जानकारी के अनुसार, गुप्त सूचना के आधार पर स्थानीय पुलिस प्रभारी थानाध्यक्ष नित्यानंद शर्मा के नेतृत्व में बालू का अवैध खनन रोकने के उद्देश्य से मंजौर गांव मंगलवार को अहले सुबह पहुंची, जहां अवैध बालू लदे सात ट्रैक्टरों को पुलिस ने देखा और कब्जे में लेने का प्रयास करने लगी.
ऐसा देखते ही बालू माफिया बौखलाहट में पहले, तो पुलिसकर्मियों से दो-दो हाथ को तैयार थे. इसमें सफलता मिलता नहीं देख बालू लदा ट्रैक्टर ही भगाने का प्रयास किया. इस प्रयास में दो ट्रैक्टर बालू अनलोड कर व दो ट्रैक्टर डाला छोड़ इंजन ले भगाने में सफल रहा और तीन ट्रैक्टर घटनास्थल पर रह गया.
ट्रैक्टर भगाने के दौरान प्रभारी थानाध्यक्ष के बाल-बाल बचने की बात सामने आयी है. कहा तो यहां तक जा रहा है कि अगर वे सावधानी नहीं बरते होते, तो बड़ी घटना से इन्कार नहीं किया जा सकता था. बाद में बालू लदा दोनों डल्ले को थाना लाया गया. इस तरह तीन ट्रैक्टर इंजन सहित व दो बिना इंजन के डाला पुलिस ने बरामद किया गया. बालू माफिया के इस तरह के हरकत से पुलिसकर्मियों में आक्रोश देखा जा रहा है.
क्या कहते हैं डीएसपी
इस संबंध में पूछे जाने पर पकरीबरावां डीएसपी मुकेश कुमार साहा ने बताया कि बालू उठाव बंद होने के बावजूद क्षेत्र के कई स्थानों पर माफियाओं द्वारा बालू डंपिंग की सूचना मिली है. उसे चिह्नित कर हर हाल में बंद किया जायेगा और मंजौर गांव की घटना के मामले में दोषी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई किया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version